कटनी। शहर के कोतवाली थाना अंतर्गत एक पैथो क्लीनिक में स्वास्थ्य जांच कराने के लिए गए एक युवक को पहले तो गलत रिपोर्ट देकर उसे हृदय रोग से ग्रसित होना बता दिया गया और फिर बाद में सही रिपोर्ट देने के बदले में उससे 15 सौ रुपए की मांग की गई। पुलिस ने युवक की शिकायत पर पैथो क्लीनिक के संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी और अवैध रुप से रुपए की मांग करने की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है.
पीड़ित का आरोप है कि पैथोलॉजी की जो गलत रिपोर्ट दी गई, उसमें सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉ समीर सिंघई के हस्ताक्षर हैं. उनका कहना है कि सरकारी डॉ नियमानुसार निजी पैथोलॉजी में सेवाएं नहीं दे सकता है और उसके बाद भी डॉ सिंघई पर मामला दर्ज नहीं किया गया. इसको लेकर पीड़ित ने सीएमएचओ को शिकायत देकर मामले की जांच कराने की मांग की है.
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क्या है पूरा मामला
कोतवाली थाना अंतर्गत संतनगर निवासी वीरेन्द्र कुमार तिवारी अपने परिवार का स्वास्थ्य बीमा कराने के लिए नेमा पैथो क्लीनिक गए थे, जहां पर सैंपल देकर उसके द्वारा जांच कराई गई. जांच के बाद नेमा पैथो क्लीनिक के संचालक अनिल सोनी द्वारा उसे हृदय रोग से ग्रसित होने की गलत रिपोर्ट दी गई, जिसकी जानकारी उसे तब मिली जब उसके द्वारा दूसरे क्लीनिक में जांच कराई गई. इसके बाद उसने नेमा पैथो क्लीनिक संचालक से सही रिपोर्ट देने के लिए कहा गया तो उसके द्वारा 15 सौ रुपए की मांग की गई.
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पुलिस के पास की मामले की शिकायत
वीरेन्द्र ने इस मामले की शिकायत कोतवाली थाने में की है. पुलिस ने जांच के बाद नेमा पैथो क्लीनिक के संचालक अनिल सोनी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीएमएचओ डॉ प्रदीप मुड़िया का कहना है शिकायत आई है मेरे पास, उसकी जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं उन्होंने कहा कि सरकारी डॉक्टर है तो वह प्राइवेट में जाकर किसी प्रकार की सेवाएं बिल्कुल भी नहीं दे सकते हैं. मेरे संज्ञान में यह बातें आई है जरूर कार्रवाई करेंगे.