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World Heart Day 2022: युवाओं का 'दिल' दे रहा धोखा, जबरदस्त फिटनेस के बावजूद हो रहे हार्ट अटैक का शिकार

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Published : Sep 28, 2022, 8:03 PM IST

बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों से युवाओं की लाइफ कम हो गई. कोरोना ने युवाओं के हार्ट को कमजोर कर दिया है. जिस तरह से एक के बाद एक युवाओं की मौत हो रही हैं, यह अपने आप में चिंता की बात है. इन दिनों उन युवाओं और सेलिब्रिटी में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ गया है, जो अपनी फिटनेस पर खासा ध्यान देते हैं. शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल के कार्डियक सर्जरी विभाग के हेड डॉ. दिनेश चंद्रा (Dr Dinesh Chandra, Head, Cardiac Surgery Department) ने बताया कि, युवा इन बीमारियों का शिकार इसलिए हो रहे हैं क्योंकि ये अचानक बदली लाइफस्टाइल और खालीपन की वजह से मानसिक तनाव में रह रहे हैं. मेडिकल फॉरेन्सिक डिपार्टमेंट (medical forensic department) ने खुलासा किया है कोरोना संक्रमण ने युवाओं की लाइफ को कम कर दिया है.

world heart day 2022
वर्ल्ड हार्ट डे 2022

भोपाल।कोविड-19 के बाद सबसे बड़ी समस्या दिल के रोगों की उभरकर आई है. महामारी ने युवाओं के हार्ट को कमजोर कर दिया है. कोविड-19 के बाद दिल के रोगियों में 14% तक बढ़ोतरी हुई है और इनमें ज्यादातर युवा ही हैं. जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज (Netaji Subhash Chandra Bose Medical College) के फॉरेन्सिक डिपार्टमेंट ने जो नया खुलासा किया है, उसके मुताबिक कोरोना संक्रमण ने युवाओं की लाइफ को कम कर दिया है.

फिटनेस के बावजूद हार्ट अटैक के मामले बढ़े: आज के युवा अपनी फिटनेस को लेकर काफी सजग हैं. वह नियमित रूप से जिम जाते हैं और बेहतर डाइट भी लेते हैं. बावजूद इसके कोविड के बाद युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं. अर्थात अगर आप लगातार एक्सरसाइज और अच्छी डाइट ले रहे हैं तो आपको हार्ट अटैक का खतरा बना हुआ है. वहीं ऐसे सेलिब्रिटी भी हार्ट अटैक के शिकार हो रहे हैं जो अपनी फिटनेस पर खासा ध्यान देते हैं. ऐसे में सवाल यह है कि अपने तरीके से तमाम सावधानियां बरतने के बाद भी ऐसी समस्याओं के आने का मुख्य कारण यह है कि, अचानक ज्यादा व्यायाम करने की वजह से भी ऐसी समस्याएं सामने आ रही है, क्योंकि जिन लोगों के शरीर को ज्यादा वर्कआउट और हैवी डाइट की आदत नहीं थी, उन्होंने अचानक ही अपने जीवन शैली में बदलाव किया, जिससे उनके शरीर के कई ऑर्गन पर जोर पड़ने लगा. साथ ही पूरे दिन काम से लौटकर देर रात खाना खाने और फिर तुरंत सो जाने की वजह से एसिडिटी प्रॉब्लम होती है.

कम उम्र में कई बड़ी हस्तियां भी Heart Attack की चपेट में, इसलिए लगातार बढ़ रहे दिल की बीमारी के मामले

हृदय रोगों के मुख्य लक्षण

  • छाती में भारीपन, दबाव या दर्द.
  • जबड़े, गर्दन, पीठ तथा पेट के ऊपरी भाग में दर्द.
  • थकान और कमजोरी.
  • लगातार सांस का फूलना.
  • धड़कन में तेजी या वृद्धि आना.
  • चक्कर व पसीना आना.
  • शरीर पर सूजन आना शामिल है.

कम उम्र के युवा ज्यादा हो रहे हार्ट अटैक का शिकार: ज्यादा व्यायाम करने की वजह से ब्लड प्रेशर के उतार-चढ़ाव में बदलाव होता है और उसी से हार्ट अटैक की संभावनाएं भी बढ़ जाती है. यह कुछ ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से लगातार सामान्य व्यक्ति और सेलिब्रिटी जो कि अपने खान-पान और व्यायाम पर ज्यादा ध्यान रखते हैं, वह भी हार्ड अटैक जैसी खतरनाक जानलेवा बीमारी का शिकार हो रहे हैं. विशेषज्ञों की माने तो, पहले हार्ट अटैक के केस 40 से 50 साल की उम्र में होते थे पर कोरोना संक्रमण के बाद अब युवा जिनकी उम्र 20 से 30 साल की होती है, उनमें केस संख्या ज्यादा देखे जा रहे हैं. कुछ समय पहले पुलिस भर्ती में दौड़ के दौरान जिन दो युवाओं की मौत हुई थी, उसकी वजह भी हार्ट फेल होना था. जिसमें से एक युवक की उम्र तो महज 21 साल थी. फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के इस खुलासे के बाद डॉ. विवेक अग्रवाल ने युवाओं से अपने खानपान में बदलाव करने की अपील की है. साथ ही कहा कि, समय-समय पर हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर की सलाह भी लेते रहें.

दिल को कैसे रखें स्वस्थ

  • नियमित व्यायाम को जीवनशैली का हिस्सा बनाना चाहिए.
  • भोजन में हरी सब्जियों का उपयोग करना चाहिए.
  • शराब से बचना चाहिए और धूम्रपान पूरी तरह से छोड़ देना चाहिए.
  • कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए.
  • जिन लोगों का उच्च रक्तचाप या दिल की समस्याओं का पारिवारिक इतिहास है, उन्हें नियमित चेकअप कराना चाहिए.

हार्ट अटैक केस बढ़े:डॉक्टर से मिले एक आंकड़े के अनुसार पिछले कुछ सालों में हृदय की समस्या दोगुनी हो गई है.साल 2009 में 41 लोग हृदय की समस्या से जूझ रहे थे जो 2010 में 220 हो गए. 2014 में यह आंकड़े 500 से ज्यादा पहुंच गए. वहीं 2015 में 969, 2016 में 1100, 2017 में 1300 पहुंच गया.यही आंकड़ा 2018 में और बढ़कर 1477 हो गया. 2019 से लेकर अब तक 850 हृदय रोग से जूझ रहे हैं.

शुरूआती संकेतों को ना करें नजर अंदाज: डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लोगों को शुरूआती चेतावनी के संकेतों जैसे सांस फूलना, सीने में दर्द, अत्यधिक पसीना, चक्कर आना आदि को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और समय पर चिकित्सा शुरू कर देना चाहिए. यह भी महत्वपूर्ण है कि मोटे व्यक्ति और पहले से मौजूद स्वास्थ्य जटिलताओं वाले लोग धूम्रपान छोड़ दें और शराब का सेवन बंद कर दें (यदि उनमें ये दोनों आदतें हैं). यह भी कहा कि 30 वर्ष से कम आयु के युवा, जिनका हृदय रोगों का पारिवारिक चलता आ रहा है,उनको नियमित रूप से चिकित्सा जांच करवाना चाहिए.

कई सेलेब्रिटी हुए हार्ट अटैक का शिकार: अचानक 50 से कम उम्र के लोगों में दिल के दौरे पड़ने (Heart Attack) के मामलों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. अब युवा जिनकी उम्र 30 से 40 साल की होती है उनमें केस संख्या ज्यादा देखी जा रही है. जो हार्मोनल असंतुलन और अनियमित जीवन शैली के कारण हो सकता है. कई जानी-मानी सेलेब्रिटीज जैसे सोनाली फोगट, अभिनेता पुनीत राजकुमार और सिद्धार्थ शुक्ला की मौत कम उम्र में ही Heart Attack की वजह से हुई और मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव वर्तमान में हार्ट अटैक के कारण AIIMS अस्पताल (Raju Srivastava admitted in AIIMS) में कई दिनों से भर्ती थे, जिनकी हाल ही में असामयिक मृत्यु हो गई.

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