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भारत में तेजी से बढ़ रहा है साइबर क्राइम, 2025 तक साइबर सुरक्षा क्षेत्र में 1.5 बिलियन रोजगार के अवसर

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Published : Apr 19, 2023, 7:09 AM IST

सरायकेला के श्रीनाथ विश्वविद्यालय में साइबर सुरक्षा को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें छात्रों को साइबर फ्रॉड के तरीकों और उससे बचने के बारे में जानकारी दी गई.

srinath university seraikela
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सरायकेला: श्रीनाथ विश्वविद्यालय में छात्रों को साइबर अलर्ट करने के उद्देश्य से नए पाठ्यक्रम की शुरुआत की जा रही है. जिसमें सर्टिफाइड साइबर सिक्योरिटी फाउंडेशन कोर्स(CCSFC) को शामिल किया जा रहा है. इसे लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. गुजरात के गांधीनगर स्थित द स्कूल ऑफ साइबर डिफेंस साइबर डोजो के साथ मिलकर जल्द ही पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा. सेमिनार में साइबर एक्सपर्ट हर्ष ए रावल ने छात्रों को साइबर फ्रॉड से बचने, रोजाना नए तरीकों से हो रहे साइबर फ्रॉड समेत साइबर क्रिमिनल्स के एक्टिविटी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी. इसके अलावा उन्होंने छात्रों को साइबर सुरक्षा में बेहतर करियर बनाने के बारे में कई टिप्स भी दिए. साइबर क्रिमिनल आजकल प्रमुख रूप से क्लाउड डाटा, साइबर अटैक, फिशिंग अटैक, विशिंग अटैक, मालवेयर अटैक, पासवर्ड हैक अटैक, रेमशम वेयर जैसे साइबर क्राइम कर रहे हैं. जिसमें लेटेस्ट तकनीक का भरपूर उपयोग किया जा रहा है.

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'पर्सनल डाटा शेयर से बचें, बुजुर्गों को करें जागरूक': गांधीनगर से आये साइबर एक्सपर्ट हर्ष रावल ने बताया कि सार्वजनिक मंच पर पर्सनल डाटा शेयर करने से बचना चाहिए. उन्होंने बताया कि साइबर क्रिमिनलो के निशाने पर हमेशा बुजुर्ग रहते हैं, जिन्हें वे फोन कॉल कर एटीएम ब्लॉक, ऑफर आदि का झांसा देकर आसानी से फांस लेते हैं. उन्होंने बताया कि युवाओं को अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर अपने घर और आसपास के बुजुर्गों को साइबर क्राइम से जुड़ी बातें बतानी चाहिए और सावधानियों को अपनाने को लेकर विशेष ध्यान देना चाहिए. एटीएम कार्ड, डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भी जबरदस्त फ्रॉड किया जा रहा है. ऐसे में यूपीआई पेमेंट इन दिनों सुरक्षित माना जाता है जिसका सर्वाधिक उपयोग करना चाहिए.

'साइबर एक्सपर्ट की कमी, रोजगार का है बड़ा क्षेत्र': जिस तेजी से भारत में डिजिटल क्रांति आ रही है. उसी रफ्तार से साइबर क्राइम भी हो रहे हैं. साइबर एक्सपर्ट मानते हैं कि भारत में जनसंख्या के आधार पर साइबर एक्सपर्ट की संख्या ना के बराबर है. ऐसे में स्कूल-कॉलेजों में साइबर सिक्योरिटी पाठ्यक्रम शामिल कर साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में रोजगार के संभावनाओं को आसानी से पूरा किया जा सकता है. साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि 2025 तक भारत में 1.5 बिलियन लोगों को साइबर के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो सकेगा. लेकिन इसके लिए जरूरी है साइबर टेक्नोलॉजी का ज्ञान प्राप्त करना.

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'सोशल मीडिया पर सतर्कता सबसे जरूरी':आयोजित कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए जमशेदपुर साइबर सेल डीएसपी जयश्री कुजूर ने युवाओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अलर्ट रहने संबंधित जानकारियां प्रदान की. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना अच्छा है. लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने सभी गतिविधि और पर्सनल इंफॉर्मेशन को शेयर करने से हमें बचना चाहिए. उन्होंने बताया कि हमें सर्च इंजन पर भी हमेशा भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि कई मामलों में देखा गया है कि कई अनजान सर्च इंजन हमसे पर्सनल जानकारियां प्राप्त कर साइबर हैकरों तक पहुंचाते हैं, जिसका फायदा साइबर क्राइम में किया जाता है. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया अकाउंट को हमेशा अपने पर्सनल डिवाइस से ही एक्सेस करना चाहिए. ऐसा नहीं करने से अकाउंट इंफॉर्मेशन लीक होने का खतरा हमेशा बना रहता है.

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