झारखंड

jharkhand

Jharkhand Budget Session: जानिए किस बात को लेकर सदन में गर्म रहा माहौल, क्यों निशाने पर रहे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता

By

Published : Mar 21, 2023, 6:49 AM IST

Updated : Mar 21, 2023, 7:16 AM IST

झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान 13वें दिन खूब गहमा-गहमी रही. पक्ष-विपक्ष की तरफ से खूब आरोप-प्रत्यारोप हुए. दोनों तरफ से एक दूसरे को चुनौती दी गई.

Jharkhand Budget Session
डिजाइन इमेज

देखें वीडियो

रांचीः झारखंड विधानसभा में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बीच तीखी नोकझोंक हुई. बजट सत्र के 13 वें कार्य दिवस के मौके पर सोमवार को सदन में स्वास्थ्य विभाग के बजट अनुदान मांगों पर चर्चा हो रही थी उस दौरान सरयू राय पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कई गंभीर आरोप लगाए जिसके बाद सदन का माहौल गरमा गया.

ये भी पढ़ेंः सदन में सरयू पर भड़के बन्ना गुप्ता कहा- कभी सरकार की करते हैं चाटुकारिता तो कभी विपक्ष में बोलने लगते हैं, राजनीति के हरिश्चंद्र भी यही हैं

हर आदमी डरने वाला नहींःस्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सरकार की ओर से पक्ष रखते हुए यहां तक कह दिया कि सरयू राय जी हर आदमी आप से डरने वाला नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आपने प्रोत्साहन राशि से जुड़ी कॉपी कहां से निकाल ली. कभी आप कहते हैं कि मैंने पैसे ले लिए, कभी कहते हैं ट्रेजरी बंद था इसलिए नहीं निकाल पाए, इसी वजह से आपके खिलाफ एफआईआर और मुकदमा दर्ज हुआ है.

सरयू राय ने किया पलटवारः इधर विधायक सरयू राय सदन में स्वास्थ्य मंत्री के व्यवहार से आहत होकर कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जवाब से भाग रहे हैं. कोरोना प्रोत्साहन राशि के बारे में जब उनसे पूछा जाता है तो वह जवाब देने से भागते हैं. खुद प्रोत्साहन राशि लेने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने ट्रेजरी तक अपने हस्ताक्षर से बिल को भेजा था, जिसकी कॉपी वह देने के लिए तैयार हैं.

स्वास्थ्य मंत्री मर्द हैं तो नियोजन पर सदन में कराएं चर्चाःगरमा गरम बहस के बीच सदन में माननीयों के द्वारा मर्दानगी भी दिखाने की कोशिश होती रही. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को चुनौती देते हुए भाजपा विधायक भानू प्रताप शाही ने कहा कि यदि बन्ना गुप्ता मर्द हैं तो नियोजन नीति पर सरकार को कहें कि सदन में विशेष चर्चा कराए. स्वास्थ्य विभाग की स्थिति ऐसी है की उनके गृह क्षेत्र के अस्पताल एमजीएम में दयनीय स्थिति बनी हुई है.

कटौती प्रस्ताव के पक्ष में भानू प्रताप शाही ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था कैसे ठीक होगी, जहां डॉक्टरों के स्वीकृत 7880 पदों में मात्र 1800 डॉक्टर सेवारत हैं. इसके अलावा एएनएम और टेक्नीशियन के सैकड़ों पद खाली हैं. रिम्स अस्पताल में नाक पर रुमाल रखकर जाना पड़ता है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि आप भाजपा विधायकों के मर्दानगी की बात करते हैं हम चुनौती देते है कि नियोजन नीति के मुद्दे पर बहस करें पानी पानी कर दूंगा. बहरहाल आरोप-प्रत्यारोप के बीच दिनभर चली सदन की कार्यवाही मंगलवार 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

Last Updated :Mar 21, 2023, 7:16 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details