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Bhojpuri Song: 'पलायन के दंश' को बयां करता गाना 'पेट के खातिर' रिलीज..गायक भाई अंकुश-राजा की नई पेशकश

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Published : Jan 17, 2023, 10:28 PM IST

अंकुश राजा का नया गाना रिलीज

भोजपुरी गायक अंकुश और राजा नया गाना 'पेट के खातिर' (Ankush Raja new song Pet Ki Khatir ) लेकर आए हैं. उन्होंने अपने गाने से बिहार की एक बड़ी समस्या 'पलायन' को दिखाने की कोशिश की है. पलायन इतना संवेदनशील विषय है कि दोनों भाईयों को गाने की रिकाॅर्डिंग के वक्त कई बार रिटेक लेना पड़ा, क्योंकि गाना गाने के दौरान बार-बार भावनाएं इतनी बढ़ जाती थी कि गला अवरुद्ध हो जाता था. पढ़ें पूरी खबर..

भोजपुरी गायक अंकुश और राजा के साथ खास बातचीत

पटना: बिहार में भोजपुरी इंडस्ट्री में इन दिनों गायकी में दो भाइयों अंकुश-राजा की जोड़ी धूम मचाए हुए है. इन दोनों ने एक नया गाना रिलीज (Ankush Raja new song released) किया है. इस गाने का नाम 'पेट के खातिर' है. दोनों गायक भाईयों ने बताया कि इस गाने के माध्यम से पलायन के दर्द को दिखाने की कोशिश की गई है. यह गाना कर्ज तले दबी गरीबी और पलायान जैसे संवेदनशील विषय से जुड़ा है. इन दिनों अंकुश-राजा इंडस्ट्री में भोजपुरी के एक से एक बेहतरीन गाने लेकर आ रहे हैं. इनके गानों को दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं.

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रिकाॅर्डिंग के दौरान गला भर जाने के कारण लेना पड़ा कई रिटेक: गाना रिलीज कार्यक्रम के मौके पर भोजपुरी के स्टार गायक अंकुश ने कहा कि यह गाना एक गरीब की जिंदगी की हकीकत का आईना है, जो परिवार का पेट पालने के लिए भारी मन से दूसरे प्रदेश में काम करने के लिए जाता है. उन्होंने कहा कि इस गाने को गाना उनके लिए बेहद मुश्किल भरा था. गाने की रिकॉर्डिंग के दौरान कई बार भावनाएं इतनी बढ़ गई कि उनके गले भर आए. इस कारण कई बार रिटेक करना पड़ा.

त्योहारों में चाहकर भी घर नहीं आ पाते परदेशीः इस गाने में कहानी दिखाई गई है कि वक्त की मार एक परिवार पर ऐसी पड़ती है कि पूरा परिवार कर्ज के तले दब जाता है. परिस्थिति ऐसी आती है कि कर्ज चुकाने के चक्कर में घर भी बिक जाता है और मजबूरन उन्हें परिवार का पेट पालने के लिए पलायन करना पड़ता है. इस मौके पर राजा ने कहा कि गाने के माध्यम से पलायन का दंश दिखाया गया है. क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि दीपावली, छठ और होली में दिल्ली, मुंबई में रहने वाले बिहारियों को 1 से 2 दिन की छुट्टी मिलती है और कम दिन की छुट्टी होने की वजह से वह चाह कर भी पर त्योहार मनाने घर नहीं आ पाते हैं और इस समय उनका मन काफी रोता है.

"यह गाना एक गरीब की जिंदगी की हकीकत का आईना है, जो परिवार का पेट पालने के लिए भारी मन से दूसरे प्रदेश में काम करने के लिए जाता है. इस गाने को गाना उनके लिए बेहद मुश्किल भरा था. गाने की रिकॉर्डिंग के दौरान कई बार भावनाएं इतनी बढ़ गई कि उनके गले भर आए. इस कारण कई बार रिटेक करना पड़ा"- अंकुश, गायक

दर्शकों को भा रहे हैं अच्छे कंटेंटः अंकुश और राजा ने कहा कि इन दिनों भोजपुरी फिल्मों के कंटेंट बढ़ रहे हैं. अश्लीलता का जहां तक सवाल है तो पहले भी कुछ लोग अश्लील गाते थे. आज भी ऐसे गाने वाले लोग हैं, लेकिन दर्शक कंटेंट पसंद कर रहे हैं. आज किसी अश्लील गाने वालों के गीत नहीं चलेंगे, बल्कि जिस गीत में कंटेंट होंगे. उसे ही दर्शकों का प्यार मिलेगा और मिल भी रहा है. आज देश ही नहीं विदेशों की भी मल्टीनेशनल कंपनियां भोजपुरी गानों में इन्वेस्ट कर रही है. इसका मतलब साफ है कि भोजपुरी का भी ग्राफ बढ़ रहा है और कंटेंट भी बढ़ रहा है.

वेब सीरिज पर भी हो रहा कामःअंकुश और राजा ने बताया कि हाल ही में उन लोगों की वेब सीरिज 'पकड़ुआ विवाह' आई थी. इसे काफी प्यार मिला और अब एक फिल्म आ रही है तू मेरी मोहब्बत है और दो बिहारी सब पर भारी. इसकी शूटिंग हाल ही में वह लंदन से करके लौटे हैं. इस मौके पर अंकुश और राजा ने मिलकर अपने गाने 'पेट के खातिर' के बोल गुनगुनाए. बताते चले कि अंकुश और राजा के इस गाने का लिरिक्स मनोज मतलबी ने तैयार किया है. इसका म्यूजिक अविनाश झा घुंघरू ने दिया है और इस गाने के निर्देशक चंदन सिंह है. यह गाना 'नीमन भोजपुरी' प्रोडक्शन के बैनर तले रिलीज किया गया है.

"गाने के माध्यम से पलायन का दंश दिखाया गया है. क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि दीपावली, छठ और होली में दिल्ली, मुंबई में रहने वाले बिहारियों को 1 से 2 दिन की छुट्टी मिलती है और कम दिन की छुट्टी होने की वजह से वह चाह कर भी पर त्योहार मनाने घर नहीं आ पाते हैं और इस समय उनका मन काफी रोता है"- राजा, भोजपुरी गायक

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