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पंचायत चुनाव 2022ः पतरातू जिला परिषद संख्या 5 का चुनाव रद्द, एकमात्र प्रत्याशी ने बताया राजनीतिक साजिश

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Published : May 8, 2022, 2:14 PM IST

रामगढ़ के पतरातू जिला परिषद संख्या 5 की निर्वाचन प्रक्रिया को राज्य निर्वाचन आयोग ने रद्द कर दिया है. अब वहां बाद में चुनाव कराए जाएंगे. वहां से एकमात्र नामांकन कर निर्विरोध चुने गए निशांत सिंह का निर्वाचन रद्द हो गया है. जिसे उन्होंने राजनीतिक साजिश करार दिया है.

patratu jila parishad in ramgarh
patratu jila parishad in ramgarh

रामगढ़ः जिले के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पतरातू जिला परिषद संख्या 5 की सभी चुनावी प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया है. जिसके कारण निर्विरोध चुने गए जिप सदस्य निशांत सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. अब उन्होंने पूर्व विधायक योगेंद्र साव और वर्तमान विधायक अंबा प्रसाद पर आरोप लगाया है कि राजनीतिक साजिश के तहत पूरी कार्रवाई दबाव में करवाई गई है. निशांत सिंह ने किसी टाइगर गिरोह का जिक्र करते हुए पूर्व विधायक योगेन्द्र साव और उनकी बेटी बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद पर राजनीतिक साजिश करने का आरोप लगाया है .


निशांत सिंह ने कहा कि मेरे द्वारा जिला परिषद सदस्य भाग संख्या 5 में नामांकन पत्र खरीदा गया था, उससे पहले 8 लोग नामांकन पत्र खरीद चुके थे और मेरे नामांकन पत्र खरीदने के बाद भी एक प्रत्याशी ने दोबारा नामांकन पत्र खरीदा. लेकिन सभी प्रत्याशियों ने मुझे युवा और क्षेत्र में बेहतर काम करने को लेकर समर्थन दिया. किसी प्रत्याशी को डराया धमकाया नहीं गया था, सभी प्रत्याशियों ने स्वेच्छापूर्वक मुझे समर्थन दिया था. जिन लोगों द्वारा उपायुक्त के पास पत्र लिखा गया था, उनमें से एक कुख्यात अपराधी रियाज अंसारी की पत्नी और दूसरे संजय सिंह नामक व्यक्ति हैं जो कि छेड़छाड़ सहित कई मामलों में आरोपी भी है. रियाज अंसारी पर पतरातू थाने में ही 50 से अधिक मामले दर्ज होंगे.

पतरातू जिला परिषद संख्या 5 की चुनावी प्रक्रिया रद्द
निशांत सिंह ने कहा कि उनकी बहन को बार-बार गिरोह के नाम पर बदनाम किया जाता है. जबकि 2014 में ही उनके पति की मौत हो चुकी है. जिसके बाद वे अपनी पारिवारिक व सामाजिक जीवन को जी रही हैं. अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का प्रयास कर रही हैं. साथ ही साथ 2017 से समाज सेवा से क्षेत्र में उन्होंने कदम रखा है. जिसके बाद विरोधियों की आंखों में गड़ने लगी और उसके बाद उनका नाम गिरोह से जोड़ा जाने लगा है. जबकि उस गिरोह का संचालक विकास तिवारी पलामू जेल में बंद है. हम लोगों का ताल्लुक किसी भी गैंग से नहीं है हम लोगों को डर है कि किसी राजनीति साजिश का शिकार हो सकते हैं. हम लोगों को जिला पुलिस जिला प्रशासन सहित न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.क्या है पूरा मामलाःआपको बताते चलें कि 4 मई को पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के जिला परिषद सदस्य के लिए एकमात्र नामांकन करने वाले प्रत्याशी निशांत सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. उन पर आरोप लगा था कि प्रत्याशियों को डरा धमका कर नामांकन प्रक्रिया में भाग लेने से रोका गया था और प्रत्याशियों को डराने धमकाने के लिए पांडे गिरोह के सरगना विकास तिवारी सहित अन्य 5 लोग शामिल थे. जिसके बाद शुक्रवार देर शाम चुनाव आयोग द्वारा रामगढ़ जिले के जिला परिषद भाग संख्या 5 के पूरे निर्वाचन प्रक्रिया को ही रद्द कर दिया गया है और चुनाव को बाद में कराने की बात कही गई है. निशांत सिंह को पूरे मामले में बेल मिल चुकी है.

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