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Latehar News: लातेहार के नेतरहाट में चल रही थी नशे की खेती, पुलिस ने चलाया बुलडोजर

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Published : Mar 5, 2023, 8:22 PM IST

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लातेहार के नेतरहाट में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने 15 एकड़ में लगे अफीम की फसल को नष्ट किया है. साथ ही पुलिस ने ग्रामीणों को चेतावनी दी है कि आइंदा इस तरह के नशीले पदार्थों की खेती ना करे.

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लातेहारः नेतरहाट की तराई इलाकों में हो रही अफीम की खेती की खबर ईटीवी भारत पर चलने का जबरदस्त असर हुआ. पुलिस ने रविवार को एक बार फिर अफीम के खेतों पर बुलडोजर चलाते हुए लगभग 15 एकड़ भूमि पर लगे अफीम की खेती को नष्ट कर दिया.

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अफीम की खेती को किया नष्टः दरअसल नेतरहाट से सटे नैना गांव के माधो टोला के जंगलों में अफीम तस्करों के द्वारा बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की जा रही थी. इसकी खबर ईटीवी भारत पर प्रमुखता से चली. ईटीवी भारत पर चली खबर को पूरी गंभीरता से लेते हुए एसपी अंजनी अंजन ने अफीम की खेती के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया. एसपी के निर्देश पर महुआडांड़ डीएसपी राजेश कुजूर और नेतरहाट थाना प्रभारी बंधन भगत के नेतृत्व में पुलिस की टीम गांव में छापामारी करने पहुंची. शुक्रवार को पुलिस के द्वारा लगभग 5 एकड़ भूमि में लगे अफीम की फसल को नष्ट किया गया था. उसके बाद रविवार को फिर बड़ा अभियान चलाया गया और लगभग 15 एकड़ भूमि पर लगे अफीम की फसल पर बुलडोजर चलाया गया. इस दौरान पुलिस ने अफीम के पूरे फसल को नष्ट कर दिया और उसके डंठल में आग लगा दी.

ग्रामीणों को दी गई कड़ी चेतावनीःपुलिस ने इस दौरान ग्रामीणों को कड़ी चेतावनी भी दी है. ग्रामीणों को इस प्रकार की खेती नहीं करने की नसीहत देते हुए कहा गया है कि यदि गांव में कोई अफीम तथा अन्य नशीली पदार्थों की खेती करता हो तो उसकी खबर तत्काल पुलिस को दें. नशीली पदार्थों की खेती करने वाले को सहयोग करने वाले लोग भी दोषी माने जाएंगे और उन पर भी कड़ी कार्रवाई भी होगी.

चतरा के तस्कर ग्रामीणों को दे रहे हैं प्रशिक्षणःसूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नेतरहाट की तराई इलाकों में बसने वाले लोगों को पैसे का लालच देकर चतरा जिले के कुछ तस्कर अफीम की खेती करवा रहे हैं. बताया जाता है कि चतरा के तस्करों के द्वारा नेतरहाट के तराई इलाकों में रहने वाले कुछ लोगों को इसके लिए वृहद पैमाने पर प्रशिक्षण भी दिया गया है. अफीम के फल में चीरा लगाने से लेकर उससे अफीम तैयार करने तक का प्रशिक्षण कुछ ग्रामीणों को मिला है. ग्रामीण बताते हैं कि नेतरहाट के आसपास रहने वाले अधिकांश लोग अत्यंत सरल स्वभाव के होते हैं. इसके अलावा यहां गरीबी भी काफी अधिक है. इसी का फायदा उठाकर बाहरी तस्कर स्थानीय ग्रामीणों को मोहरा बनाकर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं. पुलिस के द्वारा अफीम तस्करों के खिलाफ की गई कार्रवाई से इस प्रकार की खेती का विरोध करने वाले ग्रामीणों में हर्ष है.

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