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2 साल से ओल्ड एज होम को नहीं मिल रहा वित्तीय सहयोग, नहीं हो रही बुजुर्गों की सेवा

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Published : Sep 11, 2020, 4:55 PM IST

हजारीबाग के ओल्ड एज होम इन दिनों वित्तीय संकट से गुजर रहा है. पिछले 2 सालों से इसे फंड नहीं मिल रहा है, जिससे यहां रहने वाले वृद्ध व्यक्तियों की हालत दयनीय हो रही है.

2 साल से ओल्ड एज होम को नहीं मिल रहा वित्तीय सहयोग
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हजारीबाग:जिले के ओल्ड एज होम इन दिनों वित्तीय संकट से गुजर रहा है. पिछले 2 सालों से इसे फंड नहीं मिल रहा है. ऐसे में ओल्ड एज होम में रहने वाले वृद्ध लोगों की उचित सेवा भी नहीं हो पा रही है, जिससे इसके संचालक भी परेशान हैं.

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संचालकों के समक्ष परेशानी

ओल्ड एज होम की परिकल्पना वैसे वृद्ध व्यक्ति के लिए किया गया है, जिसका कोई ठौर ठिकाना ना हो. हजारीबाग में भी एसपी कोठी के निकट ओल्ड एज होम बनाया गया है, जहां वर्तमान समय में 22 वृद्ध व्यक्ति रहते हैं, जिनमें 10 पुरुष और 12 महिलाएं हैं. लेकिन ओल्ड एज होम इन दिनों वित्तीय संकट से गुजर रहा है. पिछले 2 सालों से इसे फंड भी नहीं मिला है. ऐसे में दान या फिर संचालक कहीं से सहायता मांग कर इसे चला रहे हैं. ओल्ड एज होम चलाने वाली संचालिका कहती हैं कि किसी तरह वो लोग इन वृद्ध व्यक्तियों को खाना तो खिला रहे हैं. लेकिन उनलोगों को भी पिछले 7 महीने से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनके समक्ष परेशान खड़ी हो गई है.

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साइट दर्पण पोर्टल पर रजिस्टर्ड नहीं है संस्था

संचालिका का यह भी कहना है कि अगर उन्हें फंड मिलता तो वो लोग अपने अनुसार इन वृद्ध व्यक्तियों को खाना खिलाते. लेकिन जो उन्हें जो कुछ दान में मिलता है. वह उसी से लोगों को खाना दे पा रहे हैं. ऐसे में इन्हें पोषक खाना देना उनके लिए संभव नहीं है. ओल्ड एज होम की जिम्मेवारी समाज कल्याण विभाग को है. ऐसे में हजारीबाग जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा ने बताया कि जिस संस्था को चलाने की जिम्मेदारी दी गई है, वह सरकार के साइट दर्पण पोर्टल पर रजिस्टर्ड नहीं है. इस कारण इन्हें अनुदान राशि नहीं मिल रही है. उनका यह भी कहना है कि भारत सरकार की ओर से यह स्पष्ट निर्देश है कि ओल्ड एज होम चलाने वाली एनजीओ को रजिस्टर्ड होना है. इसी कारण उन्हें 2 सालों से अनुदान राशि नहीं मिल पा रही है.

बहरहाल, जहां एक ओर विभाग ने अपनी मजबूरी बताते हुए पल्ला झाड़ लिया है तो दूसरी ओर ओल्ड एज होम दान और दक्षिणा पर ही निर्भर कर रहा है. जरूरत है जिला प्रशासन को कि सक्रिय होकर ओल्ड एज होम को मदद करें, ताकि वृद्ध लोगों को भूखे ना सोना पड़े.

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