झारखंड

jharkhand

झारखंड विधानसभा का नजारा होगा दिलचस्प, जब सदन में आमने-सामने होंगे ससुर-दामाद

By

Published : Dec 30, 2019, 1:28 PM IST

हजारीबाग के मांडू विधानसभा क्षेत्र में अपने ही भाई को हराकर जयप्रकाश भाई पटेल विधायक बने हैं. विधायक बन सदन में गए जेपी पटेल को अब कार्यवाही के दौरान अपने ससुर का सामना करना पड़ेगा. जेपी पटेल के ससुर और टुंडी विधायक मथुरा महतो सत्तापक्ष में बैठेंगे तो वहीं, जेपी पटेल विपक्ष में बैठेंगे.

JP Patel in front of his father-in-law
विधायक बनने के बाद जेपी पटेल का स्वागत

हजारीबागः झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में मांडू विधानसभा क्षेत्र से दो भाई आमने-सामने रहे. जिसमें छोटा भाई चुनाव जीतकर विधायक बना. छोटे भाई जयप्रकाश भाई पटेल मांडू से विधायक बनकर सदन पहुंचे हैं. सदन पहुंचने के साथ अब उनको, उनके ससुर से राजनीतिक लड़ाई लड़नी होगी. जयप्रकाश भाई पटेल के ससुर मथुरा महतो जेएमएम से टुंडी विधायक हैं, सदन की कार्यवाही के दौरान ससुर, दामाद एक-दूसरे पर जरूर सवाल उठाएंगे.

देखें पूरी खबर

हेमंत सोरेन की सरकार पूरे स्वरूप में नहीं आई है, लेकिन यह उम्मीद लगाई जा रही है कि आने वाले 1 सप्ताह के अंदर सरकार का स्वरूप साफ हो जाएगा. 6 जनवरी से लेकर 8 जनवरी तक सदन भी चलना है. ऐसे में सदन काफी रोचक होने वाला है. इस सदन में ससुर-दामाद एक दूसरे के खिलाफ नजर आएंगे. जहां ससुर मथुरा महतो सरकार के पक्ष में रहेंगे, दूसरी ओर दामाद जयप्रकाश भाई पटेल विपक्ष में रहेंगे. ऐसे में राजनीतिक प्रतिद्वंदिता सदन में ससुर-दामाद के बीच दिखेगी.

ये भी पढ़ें-हेमंत सोरेन बने झारखंड के 11वें सीएम, आलमगीर आलम समेत 3 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ

इसे लेकर विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने कहा है कि पहले भी ऐसा रहा है कि ससुर-दामाद आमने-सामने रहे हैं. उम्मीद यही है कि ससुर सरकार में मंत्री रहे तब मजा आएगा. अगर ससुर मथुरा महतो जनता के हित में फैसला लेंगे तो उनका स्वागत होगा, अगर नहीं लिया तो भरपूर विरोध भी किया जाएगा. उन्होंने यह उम्मीद जताई है कि मथुरा महतो को सरकार में हिस्सा जरूर मिलेगा.

Intro:मांडू विधानसभा में आपस में दो भाइयों की लड़ाई में छोटा भाई जीता और विधायक बना। ऐसे में बड़े भाई राम प्रकाश भाई पटेल झारखंड मुक्ति मोर्चा से चुनाव लड़े थे लेकिन जीत दर्ज नहीं कर पाये। छोटा भाई जयप्रकाश भाई पटेल मांडू से विधायक बनकर सदन पहुंचे है ।ऐसे में भाई भाई की लड़ाई तो समाप्त हो गई है। लेकिन अब ससुर और दमाद की राजनीतिक लड़ाई शुरू होने वाली है। क्योंकि जयप्रकाश भाई पटेल भाजपा से विधायक हैं तो दूसरी ओर मथुरा महतो झारखंड मुक्ति मोर्चा से टुंडी से विधायक हैं। अब ससुर दमाद पर सवाल खड़ा करेगा तो कभी दमाद ससुर पर।


Body:हेमंत सोरेन की सरकार पूरी स्वरूप में नहीं आई है। लेकिन यह उम्मीद लगाई जा रही है कि आने वाले 1 सप्ताह के अंदर सरकार का स्वरूप साफ हो जाएगा। 6 जनवरी से लेकर 8 जनवरी तक सदन भी चलना है। ऐसे में सदन काफी रोचक होने वाला है। क्योंकि इस सदन में ससुर दामाद एक दूसरे के खिलाफ नजर आएंगे। जहां ससुर मथुरा महतो सरकार के पक्ष में रहेंगे तो दूसरी ओर दमाद जयप्रकाश भाई पटेल विपक्ष में रहेंगे ।ऐसे में राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता ससुरा दामाद के बीच में सदन में दिखेगी। ऐसे में हजारीबाग में मांडू के विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने कहा है कि पहले भी ऐसा रहा है कि ससुर दामाद आमने-सामने रहे हैं। हम यह उम्मीद करते हैं कि हमारे ससुर सरकार में मंत्री रहे तब मजा आएगा। अगर हमारे ससुर मथुरा महतो जनता के हित में फैसला लेंगे उनका स्वागत होगा अगर नहीं लिया तो भरपूर विरोध भी किया जाएगा ।उन्होंने यह उम्मीद जताया है कि मथुरा महतो को सरकार में हिस्सा जरूर मिलेगा।

byte..... जयप्रकाश भाई पटेल विधायक मांडू


Conclusion:देखना दिलचस्प होगा जब ससुर दामाद आरोप-प्रत्यारोप करेंगे और उस बीच किसकी जीत होती है।

ABOUT THE AUTHOR

...view details