स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जमशेदपुरः स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अपने विधानसभा क्षेत्र के मरीन ड्राइव किनारे कचड़ा डंपिंग को पार्क के रूप में विकसित करेंगे, इसके लिए वो आम जनता का सहयोग लेंगे. इसके अलावा उन्होंने बताया कि महा शिवरात्रि के मौके पर दोमुहानी स्वर्णरेखा नदी घाट पर नागा साधुओं का शाही स्नान होगा और शाम को लोक गायक भरत शर्मा द्वारा भजन प्रस्तुत किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें- जमशेदपुरः स्वर्णरेखा आरती मंडप का निर्माण कार्य शुरू, स्वास्थ्य मंत्री ने किया स्थल निरीक्षण
बुधवार को जमशेदपुर दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता सर्किट हाइस में मीडिया से रूबरू होकर अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास को लेकर कई जानकारियां साझा की. उन्होंने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत मरीन ड्राइव किनारे कचरा डंपिंग में लगी आग के मुद्दे को गंभीरता से लिया है. कचरे में आग लगने से मिथेन गैस से आम जनता को परेशानी है. ऐसे में इसके निस्तारण के लिए सरकारी पहल के अलावा सामाजिक संगठन आम जनता से मिलकर डंप कचड़े पर मिट्टी और अन्य तकनीक का इस्तेमाल कर इस क्षेत्र को पार्क के रूप में विकसित करेंगे. इसके अलावा एक छोटा तालाब भी बनाया जाएगा.
मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि नदियों के संरक्षण के लिए जमशेदपुर सोनारी दोमुहानी में स्वर्णरेखा नदी घाट पर विकास का काम किया जा रहा है. इसी क्रम में 18 फरवरी महा शिवरात्रि को लेकर नागा साधुओं का शाही स्नान होगा और सुबह से देर शाम तक अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिसमें जलाभिषेक, पूजन के अलावा बनारस से आये 11 पंडितों द्वारा गंगा आरती की तर्ज पर मां स्वर्णरेखा और मां टुसु की आरती की जाएगी.
उन्होंने बताया कि इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए भोजपुरी गायक भरत शर्मा द्वारा भजन की प्रस्तुति की जाएगी. यहां लाइटिंग की व्यवस्था कर दी गई है, साफ सफाई की जा रही है, जल्द ही सीढ़ियों का निर्माण शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि यहां एक कुंड भी बनाया जा रहा है, जहां नदी का काफी पानी जमा होगा और इसमें बोटिंग की सुविधा होगी, जहां पर्यटक बोटिंग का आनंद ले सकेंगे. दोमुहानी को पर्यटन स्थल के रूप में आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा, जिससे यहां सैलानियों का आकर्षण बढ़े.
शहर की नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए दोमुहानी में एक आस्था का कुंड भी बनेगा. इस कुंड में लोग मूर्तियों और अन्य धार्मिक वस्तुओं का विसर्जन कर सकेंगे. इसके अलावा शहर का जो गंदा पानी स्वर्णरेखा नदी में आता है उसके लिए यहां वाटर ट्रीटमेंट की व्यवस्था की जाएगी. वाटर ट्रीटमेंट के लिए 3 कुंड बनाए जाएंगे, पानी का ट्रीटमेंट करने के बाद इसका इस्तेमाल पेड़ पौधों के लिए किया जाएगा.