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कनेक्शन के लिए ऑनलाइन आवेदन पर बिजली विभाग ने किया प्रताड़ित! घर की बिजली काटी, चोरी का आरोप लगाया

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Published : Jun 17, 2023, 12:58 PM IST

धनबाद में एक उपभोक्ता ने बिजली विभाग पर झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया है. उसका आरोप है कि ऑनलाइन कनेक्शन का रेट ऑफलाइन से कम आ रहा था. इसी कारण ऑनलाइन आवेदन किया. यही बात विभाग को अच्छी नहीं लगी. जिसका परिणाम उसे एफआईआर के तौर पर भुगतान पड़ा.

Dhanbad Electricity Bill Issue
धनबाद में उपभोक्ता ने बिजली विभाग पर लगाया झूठे केस में फंसाने का आरोप

जानाकारी देते उपभोक्ता

धनबाद: जिले में उपभोक्ता ने बिजली विभाग पर झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया है. मामला बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के तिलैया पंचायत का है. जहां उपभोक्ता ने आरोप लगाया है कि उसपर बिजली चोरी का झूठा एफआईआर किया गया है. उसका कहना है कि उसने दुकान में बिजली कनेक्शन के लिए ऑफलाइन आवेदन न देकर ऑनलाइन किया था. इसी का खामियाजा भुगतना पड़ा है. एक साल पहले कनेक्शन को लेकर ऑनलाइन आवेदन दिया था. इसके लिए 9287 रुपये भी जमा किए थे. लेकिन इसके बाद भी उसके दुकान में अंधेरा ही छाया हुआ है.

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उपभोक्ता ने ये भी आरोप लगाया कि एक तरफ तो दुकान में बिजली कनेक्शन नहीं दिया गया और जब इसकी शिकायत उन्होंने की तो उनके घर की भी बिजली काट दी गई. ऑनलाइन कनेक्शन की कीमत ऑफलाइन से कम आ रही थी. इसी वजह से ऑनलाइन आवेदन किया. बताया इसी बात से नाराज विभाग ने उसपर फर्जी मामला दर्ज कर दिया.

गौरतलब है कि तिलैया पंचायत के नागेश्वर प्रसाद महतो की मनियाडीह रोड पर सीमेंट की दुकान है. नागेश्वर ने बताया कि तीन जनवरी 2022 को अपनी दुकान में विद्युत कनेक्शन को लेकर ऑनलाइन आवेदन दिया था. जिसे लेकर उपभोक्ता ने 9287 रुपये ऑनलाइन पेमेंट भी कर दिया. बताया कि 1 वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी बिजली विभाग ने दुकान में कनेक्शन नहीं दिया. जब बिजली विभाग से लिखित रूप से जानकारी मांगी कि आखिर की किस वजह से एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी दुकान में बिजली कनेक्शन नहीं दिया गया? इस संबंध में बात करने पर परिणाम भुगतने की धमकी मिली.

नागेश्वर ने आरोप लगाया कि विभाग इनकी शिकायत से नाराज होकर पहले उनके घर का कनेक्शन काटा, फिर उसके बाद दूसरे कंज्यूमर नंबर पर उनका नाम अंकित कर उस पर बिजली चोरी का झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया गया. यही नहीं उनपर पंद्रह हजार एक सौ ग्यारह रुपये का फाइन भी लगाया गया. उन्होंने बताया कि मुकदमे के डर से जुर्माना भर दिया है, लेकिन मामला दूसरे उपभोक्ता नंबर पर दर्ज था. पीड़ित ने अपने साथ बिजली विभाग द्वारा किये गए मामले को लेकर जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.

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