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धनबाद में वैक्सीन की 3200 डोज बीस दिनों बाद हो जाएगी एक्सपायर, लोग नहीं करा रहे टीकाकरण

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Published : Jan 10, 2023, 10:57 PM IST

धनबाद में हाल ही में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग फिर अलर्ट हो गया है, लेकिन लोगों में जागरुकता की कमी आ गई है. कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोना टीका का एक भी डोज नहीं लिया है. फिलहाल वहीं लोग टीकाकरण केंद्र आते हैं, जिन्हें सेर्टीफिकेट की जरूरत होती है. धनबाद में अभी वैक्सीन की 3200 डोज बची है, जो 31 जनवरी को एक्सपायर हो जाएगी (3200 doses of covid vaccine will expire in Dhanbad).

3200 doses of covid vaccine will expire in Dhanbad
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संजीव कुमार प्रसाद, टीकाकरण पदाधिकारी

धनबाद: एक बार फिर से कोरोना की संभावित लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है, लेकिन धनबाद में टीकाकरण (Vaccination in Dhanbad) को लेकर लोगों में अब उत्साह नहीं रह गया. टीकाकरण केंद्रों पर सिर्फ वही लोग पहुंच रहे, जिन्हें टीकाकरण के सर्टिफिकेट की जरूरत है, क्योंकि कुछ लोगों को नौकरी में या फिर बाहर जाने के लिए टीकाकरण सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है.

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वहीं, दूसरी ओर जिला के विभिन्न प्रखंडो में वैक्सीन की महज 3200 डोज का स्टॉक शेष बचा हुआ है. पड़ा हुआ यह स्टॉक 31 जनवरी में एक्सपायर हो जाने वाला है (3200 doses of covid vaccine will expire in Dhanbad). हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने पांच दिन पहले ही 10 हजार टीका की मांग रांची स्वास्थ्य विभाग से की है. टीकाकरण पदाधिकारी संजीव कुमार प्रसाद ने कहा कि लोगों में टीकाकरण के प्रति जागरुकता की कमी आयी है. सिर्फ वही लोग टीकाकरण के लिए पहुंच रहे हैं, जिन्हें नौकरी में या बाहर जाने के लिए सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है. पहले की तरह टीकाकरण केंद्रों पर अब भीड़ देखने को नहीं मिल रही है. हाल में चीन में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ी थी. उस वक्त लोग टीकाकरण के लिए आए थे, लेकिन अब लोगों का रुझान फिर से कम हो गया है.

टीकाकरण पदाधिकारी संजीव कुमार प्रसाद ने कहा कि जब मामले कम हो जाते हैं, तो लोगों में डर भी कम होने लगता है. उन्होंने बताया कि फिलहाल कोविशील्ड वैक्सीन नहीं है. कोविशील्ड और कॉर्बेवैक्स वैक्सीन की मांग राज्य मुख्यालय से की गई है. यह बूस्टर डोज में काम आता है. उम्मीद है कि जल्द ही यह हमें ये वैक्सीन उपलब्ध हो जाएंगे. 18 प्लस में वैक्सीनेशन की बात करें तो 90 फीसदी लोग फर्स्ट डोज ले चुके हैं, जबकि सेकंड डोज अभी 62 फीसदी लोगों ने ही है. 15 से 17 साल की उम्र की फर्स्ट डोज 52 फीसदी, जबकि सेकेंड डोज 32 फीसदी ने ली है. वहीं, 12 से 14 साल में 50 फीसदी के आसपास ने टीका ने ले लिया है. टीकाकरण पदाधिकारी ने कहा टीकाकरण की अपेक्षाकृत कम हुआ है. यह जागरुकता की कमी है.

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