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चतराः गांजा तस्कर से संंबंध रखने वाले थाना प्रभारी पर गिरी गाज, किया गया लाइन हाजिर

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Published : Sep 5, 2020, 9:01 PM IST

Updated : Sep 5, 2020, 9:06 PM IST

चतरा में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. भ्रष्टाचार के मामले में चतरा एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है. गांजा तस्करों से साठगांठ रखने वाले सिमरिया थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शिव प्रकाश कुमार पर गाज गिरी है.

सिमरिया थाना प्रभारी लाइन हाजिर
Simaria station in-charge accused of corruption

चतरा:जिले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. भ्रष्टाचार के मामले में चतरा एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है. गांजा तस्करों से साठगांठ रखने वाले सिमरिया थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शिव प्रकाश कुमार पर गाज गिरी है. सिमरिया थाना प्रभारी को लाइन क्लोज कर दिया गया है. गुलाम सरवर को सिमरिया का नया प्रभारी बनाया गया है, जबकि सदर इंस्पेक्टर सुधीर चौधरी को सिमरिया इंस्पेक्टर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

अवैध रूप से गांजा की तस्करी

सिमरिया थाने से पैसे लेकर दो तस्करों को छोड़े जाने के मामले में डीजीपी ने संज्ञान लिया था. मामले में डीजीपी एमवी राव ने एसपी को ट्वीट कर जांच के बाद दोषी थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया था. सिमरिया थाना प्रभारी शिव प्रकाश कुमार पर गांजा तस्करों से साठगांठ और पैसे लेने का गंभीर आरोप लगा था.

एक हफ्ते पहले सिमरिया थाना प्रभारी ने 600 ग्राम गांजा के साथ चतरा-सिमरिया मुख्य पथ स्थित देल्हो घाटी से एक वैन में सवार तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार लोगों में एक रिटायर्ड सीसीएलकर्मी समेत तीन अन्य लोग शामिल थे, जो सदर थाना क्षेत्र के हफुआ इलाके में अवैध रूप से गांजा खरीदकर टंडवा थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गांव जा रहे थे.

चेकिंग अभियान

इस दौरान रास्ते में उन्हें पुलिस ने दबोच लिया, लेकिन थाना ले जाने के बाद रिटायर्ड सीसीएल कर्मी और एक अन्य गिरफ्तार तस्कर को तस्करी में इस्तेमाल गाड़ी के साथ थाने से ही छोड़ दिया गया, जबकि तीसरे को इस आरोप में जेल भेज दिया गया और बताया गया कि वह गांजा तस्करी के गोरखधंधे में संलिप्त है और गांजा खरीदकर अपने होटल में पुड़िया बनाकर खरीद-बिक्री का धंधा करता है.

इस पूरे प्रकरण में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सिमरिया पुलिस की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह बताया गया कि गिरफ्तार तस्कर एक कार में लिफ्ट मांगकर सिमरिया की तरफ जा रहा था. इसी दौरान उसे वाहन चेकिंग अभियान चलाकर गिरफ्तार किया गया है. इन सब के बीच बड़ा सवाल यह है कि जिस गाड़ी में तस्कर के लिफ्ट लेने की बात बताई गई है, उस गाड़ी का मालिक उसी गांव का रहने वाला है, जहां का गिरफ्तार तस्कर है.

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पैसे लेकर तस्करों को छोड़ने का आरोप

ऐसे में गाड़ी मालिक उस स्थान पर पहुंचा कैसे, ये ना सिर्फ जांच का विषय था, बल्कि सिमरिया थाना प्रभारी के गलत मंशा को भी दर्शाता था, क्योंकि जेल भेजे गए युवक के परिजनों ने यह आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से जांच की मांग कि थी कि चेकिंग अभियान के दौरान पकड़े गए तीनों व्यक्ति एक साथ टंडवा से हफुआ गए थे और वहां से गांजा खरीदकर वापस लौट रहे थे.

इतना ही नहीं जिस होटल में पुड़िया बनाकर गांजा बेचे जाने की बात कही गई थी. वह होटल भी थाने से छोड़े गए सीसीएल कर्मी का ही था. परिजनों ने थाना प्रभारी पर पैसे लेकर रिटायर्ड सीसीएलकर्मी समेत तस्करी में प्रयोग हुई गाड़ी समेत थाने से छोड़ने का आरोप लगाया था.

आरोप यह था कि इस पूरे मामले में हजारीबाग जिले में पदस्थ एक पुलिस पदाधिकारी ने एक स्थानीय व्यक्ति के सहयोग से मामले में मध्यस्थता की थी, जिसके बाद थाना प्रभारी ने पैसे लेकर दोनों को छोड़ दिया था.

Last Updated :Sep 5, 2020, 9:06 PM IST

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