बोकारो: रामगढ़ उपचुनाव की घोषणा होते ही इसे लेकर कांग्रेस और आजसू में जुबानी जंग शुरू हो गई है. कांग्रेस ने जहां बीजेपी पर आजसू के सामने घुटने टेकने का आरोप लगाया है. वहीं इस आरोप का आजसू विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि बीजेपी और आजसू का एक नेचुरल एलाइंस हैं. झारखंड में हुए 4 उपचुनाव में आजसू ने बीजेपी का साथ दिया है. रामगढ़ आजसू की परंपरागत सीट रही है. यहां लगातार 15 वर्षों तक आजसू के विधायक रहे हैं. ऐसे में आजसू का दावा रामगढ़ में बनता है. ऐसे में बीजेपी के घुटने टेकने की बात कहां है.
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आजसू नेता लंबोदर महतो ने कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि उसने किसके सामने घुटने टेके और क्यों टेकें हैं. उन्होंने कहा कि जब रामगढ़ में आजसू के विधायक थे तो राज्य में नंबर वन जिला रामगढ़ हुआ करता था. 3 वर्ष कांग्रेस की विधायक रामगढ़ में रही आज रामगढ़ जिला 24 वें नंबर पर है. रामगढ़ की जनता सहानुभूति और भावनात्मक बातों पर नहीं आने वाली है, क्योंकि रामगढ़ में विकास की बात होगी. जनता समझ गई है की वर्तमान में भ्रष्टाचार और माफियाओं को प्रश्रय देने वाली सरकार है. चुनाव में कांग्रेस को अंदाजा लग जायेगा. विधायक ने कहा कि सरकार की वर्तमान स्थिति क्या है? यह राज्य की जनता को पता चल गया है. आजसू रामगढ़ में मजबूत है जिसके कारण कांग्रेस अनाप शनाप बयान दे रही है.
झारखंड की रामगढ़ सीट पर बुधवार को उपचुनाव का एलान कर दिया गया है. उपचुनाव 27 फरवरी को होगा. चुनाव आयोग की ओर से इसकी घोषणा कर दी गई है. झारखंड के रामगढ़ सीट से कांग्रेस विधायक ममता देवी की सदस्यता उन पर दर्ज आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद चली गई थी. झारखंड के रामगढ़ सीट पर उपचुनाव के लिए गजट नोटिफिकेशन 31 जनवरी को जारी की जाएगी.