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कंगन ज्वेलर्स लूटकांड: चार गिरफ्तार, शक्तिपुंज एक्सप्रेस में डकैती करने वाला अपराधी भी शामिल

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Published : May 11, 2022, 7:13 AM IST

रांची के कंगन ज्वेलर्स लूटकांड मामले में पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. लूट की घटना के अंजाम देने वाले सभी पेशेवर अपराधी हैं. गिरफ्तार अपराधियों में 21 अपराधों को अंजाम दे चुका रूपेश कुमार विश्वकर्मा भी शामिल है. रूपेश शक्तिपुंज एक्सप्रेस में डकैती का आरोपी भी है.

Kangan Jewelers robbery Case in Ranchi
Kangan Jewelers robbery Case in Ranchi

रांची: राजधानी के लालपुर थाना क्षेत्र स्थित कंगन ज्वेलर्स लूटकांड मामले का खुलासा करते हुए रांची पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए अपराधियों में रूपेश कुमार विश्वकर्मा शामिल है, जिसने डाल्टनगंज से गढ़वा रोड स्टेशन के बीच 2007 में शक्तिपुंज एक्सप्रेस में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था. इतना ही नहीं ओरमांझी थाना क्षेत्र के वनांचल बैंक लूट और 2011-12 में सुखदेवनगर थाना क्षेत्र में लूट की वारदात को भी वह अंजाम दे चुका है.

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एसएसपी ने दी जानकारी: मंगलवार को एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने आधिकारिक रूप से चार अपराधियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि पकड़े गए अपराधी पेशेवर हैं, दर्जनों लूट व डाका की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. कई जिलों में हुई लूटकांड की घटनाओं में नहीं पकड़े जाने पर उन्होंने रांची पुलिस को चैलेंज देने के लिए जिला के लालपुर थाना क्षेत्र को चुना. पकड़े जाने के बाद पूछताछ में रूपेश ने पुलिस से कहा कि मैंने अन्य चारों अपराधियों को मना किया था लेकिन, इसके बावजूद यहां लूटकांड कर गलती की और इससे पकड़े गए. कंगन ज्वेलर्स की रेकी की और वहां बेखौफ अंदाज में लूट को अंजाम देकर फरार हो गए. इस मामले में चार अपराधी दबोच लिए गए हैं, जबकि पांचवां अपराधी फरार है. उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है.


जेल से छूटने के बाद बना लिया था गिरोह: पकड़े गए अपराधियों में रूपेश ने जेल से छूटने के बाद अन्य अपराधियों के साथ गिरोह तैयार कर लिया था. हालांकि, लूटपाट का मास्टरमाइंड सौरभ है. उसी ने रेकी से लेकर गहने खपाने तक की प्लानिंग की थी. गौरतलब है कि बीते पांच मई को कंगन ज्वेलर्स में खरीदार बन आए अपराधियों ने पिस्टल सटाकर संचालक सहित पूरे परिवार वालों को बंधक बना लिया था. इसके बाद लूटपाट कर फरार हो गए थे. सीसीटीवी कैमरे तोड़कर डीवीआर भी साथ ले गए थे.


सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग और पकड़े गए अपराधी: अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस को सीसीटीवी फुटेज के जरिए सुराग मिला. सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों के चेहरे का मिलान कराया गया, इससे अपराधियों की पहचान हुई. इसके अलावा पुलिस ने तकनीकी सेल के जरिए भी अपराधियों को ट्रैक किया और उन्हें धर दबोचा. गिरफ्तार अपराधियों में पलामू के डाल्टनगंज निवासी सौरभ कुमार, बिहार के रोहतास जिले के दावत थाना क्षेत्र के देवगणा निवासी बासुदेव शाह, गढ़वा जिले के भावनाथपुर थाना क्षेत्र के सिंदुरिया निवासी रूपेश विश्वकर्मा और बिहार के भोजपुर जिले के डुमराव निवासी आशुतोष राय शामिल हैं.

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ये हुए बरामद: पुलिस ने अपराधियों के पास से दो देसी कट्टा, एक पिस्टल, नौ गालियां, घटना में इस्तेमाल की गई तीन बाइक, चाकू, लूटे गए करीब छह किलो चांदी के गहने, करीब 200 ग्राम सोने के जेवरात और दो नंबर प्लेट बरामद किए. हालांकि, दुकान से लूटी गई साड़ियां बरामद नहीं की जा सकी. अपराधियों ने बताया कि साड़ियों को जला दिया है जबकि, मोरहाबादी में गहनों को छुपाकर रखा था.


रूपेश पर 21 मामले, सौरभ पर दस मामले हैं दर्ज: पकड़े गए अपराधियों में रूपेश पर लूट, डकैती, चोरी, दुष्कर्म, रंगदारी, आर्म्स एक्ट सहित कई मामले दर्ज हैं. इन मामलों में रांची सहित झारखंड के अलग-अलग थानों में केस दर्ज हैं. रूपेश वर्ष 2007 में भी शक्तिपूंज एक्सप्रेस ट्रेन में डकैती कर चुका है. रूपेश को रांची पुलिस ने वर्ष 2019 में भी जेल भेजा था. जबकि सौरभ लूट, चोरी, आर्म्स एक्ट, सहित कई मामलों का आरोपी है.

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