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Regional Hospital Solan: कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं के लिए बना स्पेशल वार्ड रूम, अस्पताल में मॉक ड्रिल का आयोजन

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Published : Apr 10, 2023, 4:38 PM IST

हिमाचल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेशभर के साथ क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने भी अस्पतालों में कोरोना को लेकर पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं. क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में कोविड पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के लिए स्पेशल वार्ड रूम बनाया गया है, ताकि डिलीवरी में कोई समस्या न आए.

Mock drill in Regional Hospital Solan
सोनल में कोरोना वायरस को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन

क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में मॉक ड्रिल

सोलन: हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखते हुए प्रदेशभर में स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने भी इसे लेकर प्रदेश के सभी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि सभी अस्पतालों में कोरोना मामलों को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जाएं. सोमवार को प्रदेश के साथ-साथ सोलन में भी बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. जिसमें अस्पताल प्रशासन द्वारा पीएसए प्लांट, ऑक्सीजन सुविधा और दवाइयों की खेप की जांच की गई.

कोविड पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के लिए बना स्पेशल वार्ड रूम: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी सही तरीके से हो इसके लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. यदि गर्भवती महिला कोविड से पीड़ित हो जाती है, तो उसके लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा स्पेशल वार्ड रूम डिलीवरी के लिए बनाया गया है. जहां पर कोरोना पीड़ित गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की जा रही है और यहां पर पुख्ता इंतजाम स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए हैं. बिना मास्क और पीपीईकिट के इस वार्ड में किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है, ताकि गर्भवती महिला और उसके बच्चे को किसी तरह का कोई नुकसान न हो.

पीएसए प्लांट बंद, ऑक्सीजन सिलेंडर से हो रही ऑक्सीजन सप्लाई: वहीं दूसरी तरफ क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में लगा एकमात्र पीएसए प्लांट बंद होने की वजह से मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से ऑक्सीजन दी जा रही है. सरकार के आदेशों के बाद ऑक्सीजन प्लांट में लगे आउटसोर्स कर्मचारियों को हटा दिया गया है और इसके बारे में उच्च अधिकारियों को क्षेत्रीय अस्पताल के प्रशासन ने भी अवगत कराया है. फिलहाल क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से ही मरीजों को ऑक्सीजन सुविधा दी जा रही है. वहीं, कोरोना जैसी गंभीर स्थिति में अस्पतालों में बंद पड़े पीएसए प्लांट स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं.

ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ जांचे गए जनरेटर: क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में 59 सिलेंडर D टाइप के तो वहीं, 89 सिलेंडर B टाइप के हैं. इसी के साथ 133 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी स्वास्थ्य विभाग के पास हैं. वहीं, समय-समय पर जनरेटर को भी क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में जांचा जा रहा है. कोविड को लेकर जो दवाइयां उपयोग में लाई जानी हैं, उसको लेकर भी आज दवाइयों की खेप जांची गई है. यदि कोरोना की दूसरी लहर जैसी स्थिती उत्पन्न हो जाती है तो उससे निपटने के लिए सोलन अस्पताल प्रबंधन पुख्ता इंतजाम कर रहा है, ताकि कोरोना से संक्रमित मरीजों को किसी भी तरीके से कोई समस्या न हो.

कोरोना के खिलाफ अस्पताल प्रशासन पूरी तरह तैयार: क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के एमएस डॉ. एसएल वर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में आज मॉक ड्रिल की गई है और जांचा गया है कि यहां क्या-क्या खामियां हैं. उन्होंने कहा कि पीएसए प्लांट बंद होने के बाद ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से यहां पर मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई दी जा रही है. इसी के साथ आज कोविड-19 के उपयोग में आने वाली दवाइयों की जांच भी की गई है. उन्होंने बताया कि जो भी खामियां आज मॉक ड्रिल के दौरान पाई गई हैं, उसकी रिपोर्ट सरकार और उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी ताकि बढ़ते कोरोना मामलों के बीच मरीजों को क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध हो सकें.

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