हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ये करोड़ों की बिल्डिंग किसके लिए! अस्पताल में फर्श पर तड़पती रही पैरालाइज से पीड़ित महिला

By

Published : Sep 21, 2019, 9:25 PM IST

सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में पैरालाइज महिला को बेड न मिलने के कारण धूप में अस्पताल के बाहर लेटना पड़ा.

Paralyzed woman suffering paonta

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में पैरालाइज महिला बेड न मिलने के कारण धूप में अस्पताल के बरामदे में तड़पती रही. प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपए की लागत से बने इस अस्पताल में हाल ही में 100 से डेढ़ सौ बिस्तरों को मान्यता भी दे दी है, लेकिन गरीब महिला को आराम के लिए अस्पताल में बेड नहीं मिल पाया.

पीड़ित महिला के बेटे अमर सिंह ने बताया कि पैरालाइज पीड़ित महिला तुलसा देवी(60) को शिलाई से गंभीर हालत में सिविल अस्पताल पांवटारेफर कर दिया गया. 108 की मदद से महिला को अस्पताल पहुंचाया गया.

डॉक्टर ने पीड़ित महिला के परिजनों को प्राइवेट लैब से चार टेस्ट करवाने को कहा. साथ ही महिला को एडमिट करने के बजाए प्राइवेट लैब में टेस्ट करवाने के लिए भेज दिया. इसके बाद पीड़ित महिला बाहर बरामदे में एक घंटे तक तड़पती रही.

ये भी पढ़ें: आचार संहिता से ठीक पहले पच्छाद को तोहफा, सांसद ने बस को दिखाई हरी झंडी

Intro:60 वर्षीय पैरालाइज पीड़ित महिला एक घंटा फर्श पर तड़पती रही
करोड़ों की चकाचक बिल्डिंग में नहीं हुआ महिला का उपचार डॉक्टर की बड़ी लापरवाही आई सामनेBody:
कहते हैं कि गरीबों का सुनने वाला कोई नहीं यह बात आज बिल्कुल सच होती नजर आई सिविल हस्पताल पांवटा करोड़ों रुपए की लागत से बिल्डिंग तैयार की गई हाल ही में 100 से डेढ़ सौ बिस्तरों की प्रदेश सरकार ने मान्यता भी दे दे लेकिन दुर्भाग्य एक गरीब महिला का जिसे पौण्टा सिविल हस्पताल मे आराम के लिए बेड नहीं मिल पाया अस्पताल के बाहर इस तपती धूप में ब्रांडे में बाहर लेटना पड़ा डॉक्टरों की लापरवाही चाहेगा प्रशासन की लेकिन खामियाजा तो हमेशा गरीबों को ही झेलनी नहीं पड़ती है।

पीड़ित महिला के बेटे अमर सिंह से मिली जानकारी कि 60 वर्षीय तुलसा देवी पत्नी जालम सिंह पैरालाइज पीड़ित महिला को शिलाई से हालत गंभीर होने के कारण रेफर कर दिया गया 108 की सहायता से महिला को पांवटा सिविल अस्पताल पहुंचाया गया आपातकालीन मैं तैनात डॉक्टर ने पीड़ित महिला के परिजनों को बाहर प्राइवेट लैब से चार टेस्ट करवाने को कहा महिला को एडमिट करने के बजाए बाहर प्राइवेट लैब मैं टेस्ट करवाने के लिए भेज दिया पीड़ित महिला बाहर बरांडे में 1 घंटे तक तड़पती रही । मीडिया के हस्तक्षेप करने के बाद हरकत मे आया अस्पताल प्रशासन


Conclusion:

ABOUT THE AUTHOR

...view details