शिमला:हिमाचल प्रदेश में स्कूटी के फैंसी या यूं कहिए कि वीवीआईपी नंबर के लिए तीन लोगों ने एक करोड़ रुपए से अधिक की बोली लगाई है. देश भर में दो दिन से चर्चा में चल रहे इस मामले में शुक्रवार को पहला विराम लगा. यानी शुक्रवार शाम पांच बजे ऑॅक्शन की प्रक्रिया संपन्न हो गई. इसमें तीन लोगों ने एक करोड़ रुपए से अधिक की बोली लगाई है. अभी आगामी प्रक्रिया पूरी होनी बाकी है.
तीन लोगों ने लगाई एक करोड़ रुपए से ऊपर की बोली:पहले नंबर के बोलीदाता कोई देसराज नामक व्यक्ति हैं. उन्होंने एक करोड़, 12 लाख, 15 हजार 500 रुपए की बोली लगाई. दूसरे नंबर के बोलीदाता का नाम संजय है. उन्होंने एक करोड़ 11 हजार रुपए दाम लगाया. तीसरे नंबर पर धर्मवीर नामक शख्स ने एक करोड़ पांच सौ रुपए दाम लगाए. अभी तीनों बोलीदाताओं ने परिवहन विभाग से इस नंबर को लेने के लिए संपर्क नहीं किया है. बताया जा रहा है कि शनिवार या फिर सोमवार को इस मामले में सारी स्थिति स्पष्ट होगी. उक्त नंबर कोटखाई सब डिविजन के तहत आता है. एचपी-99 कोटखाई में रजिस्ट्रेशन एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी यानी आरएलए के तहत है.
हिमाचल प्रदेश परिवहन निदेशालय के अनुसार अभी ये प्रावधान नहीं है कि यदि कोई व्यक्ति बोली लगाता है तो बाद में नंबर लेने के लिए उसे बाध्य होना ही पड़ेगा. इसके अलावा अभी बोली लगाने पर कोई सिक्योरिटी अमाउंट जमा करवाने का प्रावधान भी नहीं है. परिवहन निदेशालय के अनुसार यदि पहले नंबर का बोलीदाता नंबर नहीं लेता और क्विट कर जाता है तो दूसरे नंबर के बिडर की बारी आती है. यदि वो भी क्विट कर जाता है और फिर तीसरे नंबर का बोलीदाता भी हट जाता है तो फिर नंबर के लिए नए सिरे से ऑक्शन होता है. अभी ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि इतनी भारी रकम की बोली लगाने के बाद उसकी कोई जवाबदेही तय हो. यानी उसे नंबर लेना पड़ेगा या फिर कोई पैनल्टी भुगतनी पड़ेगी.