शिमला:प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में स्टाफ की कमी अब मरीजों पर भारी पड़ने लगी (Kidney transplant in IGMC Shimla) है. स्टाफ की कमी के कारण मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है और मरीज इलाज करवाने के लिए बाहरी राज्यों का रूख कर रहे हैं. आईजीएमसी में इन दिनों किडनी ट्रांसप्लांट नहीं हो रहा है. डाॅक्टराें की कमी के चलते किडनी ट्रांसप्लांट बंद कर दिए गया है. हालांकि, कुछ मरीजाें ने इसके लिए आवेदन भी किया हुआ है, लेकिन उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए मना कर दिया गया है.
किडनी ट्रांसप्लांट करवाने में यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टरों का सबसे ज्यादा काम रहता है, लेकिन यहां पर स्थिति ऐसी है कि यूरोलॉजी में पहले 3 सीनियर डॉक्टर थे, उनमें से 2 डॉक्टर को बिलासपुर एम्स के लिए ट्रांसफर कर दिया गया है. अब यूरोलॉजी विभाग में सिर्फ एक ही सीनियर डॉक्टर है. जिसके चलते अब यहां किडनी ट्रांसप्लांट अब बंद है. वैसे किडनी ट्रांसप्लांट दिल्ली एम्स की डॉक्टरों की निगरानी में होता है. फिर भी किडनी ट्रांसप्लांट से पहले और बाद में आईजीएमसी में यूरोलॉजी के डॉक्टरों का होना जरूरी है. जब तक यहां पर डॉक्टर नहीं आते तब तक किडनी ट्रांसप्लांट नहीं किया जा सकता है.