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दबाव में करवाया गया रेडियोलॉजिस्ट का इस्तीफा, सरकार करवाए जांच: पूर्व मंत्री अनिल शर्मा

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Published : Jun 6, 2023, 10:42 PM IST

सदर विधायक अनिल शर्मा ने सीएम को पत्र लिखकर जांच की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि रेडियोलॉजिस्ट का इस्तीफा दबाव में करवाया गया है. उन्होंने जोनल हास्पिटल में रेडियोलॉजिस्ट तैनात करने का भी आग्रह किया है.

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पूर्व मंत्री अनिल शर्मा

मंडी:सदर से भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने रेडियोलॉजिस्ट के इस्तीफा मामले में सीएम सुखविंदर सिंह ठाकुर से मामले की जांच करने की मांग उठाई है. पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया है कि जोनल हास्पिटल मंडी में तैनात रेडियोलॉजिस्ट पर जबरन दबाव बनाकर उसका सरकारी नौकरी से इस्तीफा करवाया गया है. उन्होंने कहा कि अब यही रेडियोलॉजिस्ट हास्पिटल के पास एक नीजि सेंटर में अपनी सेवाएं दे रहा है. यह आरोप उन्होंने आज जारी एक प्रेस बयान के माध्यम से लगाया और सीएम सुखविंदर सिंह ठाकुर से मामले की जांच करने की मांग उठाई है. उन्होंने सीएम को पत्र लिखकर जोनल हास्पिटल मंडी में जल्द से जल्द रेडियोलॉजिस्ट को तैनात करने की मांग उठाई है.

नए रेडियोलॉजिस्ट को नहीं करने दिया जा रहा है ज्वॉइन:अनिल शर्मा ने कहा कि रोजाना ऐसी शिकायतें आ रही है कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड का डॉक्टर नहीं है और जो गर्भवती माताएं-बहनें यहां डॉक्टर आने का इंतजार करने बैठी होती हैं तो उनको यहां से दलाल निजी क्लिनिक जबरन ले जा रहे हैं. ऐसा किसके इशारे पर हो रहा है और क्यों हो रहा है. उसकी जांच होनी चाहिए. ऐसी भी जानकारी मिली है कि कुछ नीजि सेंटरों के दबाव के कारण यहां किसी नए रेडियोलॉजिस्ट को भी ज्वॉइन नहीं करने दिया जा रहा है. ऐसा कौन लोग कर रहे हैं इसका भी जल्द खुलासा किया जाएगा.

इस मामले की जांच करे सीएम:पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि मेरी प्राथमिकता अभी यही है कि क्षेत्रीय अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट आ जाए ताकि जनता को परेशान ना होना पड़े. रोजाना क्षेत्रीय अस्पताल से 100 से 200 महिलाओं के अल्ट्रासाउंड लिखे जाते हैं. क्षेत्रीय अस्पताल में करोड़ों रुपए की मशीनें स्थापित हैं ताकि गरीब और लाचार लोगों को मुफ़्त में सेवाएं दी जा सके लेकिन अब देखा जा रहा है कि सरकारी मशीनरी को ही बंद करके निजी क्लिनिक खोलकर मजबूर लोगों के खून पसीने की कमाई से अपने घर भरे जा रहे हैं. ऐसा क्यों हो रहा है कि सरकारी डॉक्टर यहां नहीं भेजा जा रहा है और जो तैनात था उससे इस्तीफा देकर अपने निजी क्लिनिक में बैठाया गया है. सीएम इस मामले की जांच करे.

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