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आंगनबाड़ी लाभार्थियों को राशन मिला या नहीं, फोन कॉल से फीडबैक के जरिए हो रही मॉनिटरिंग

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Published : Nov 30, 2020, 4:32 PM IST

आंगनबाड़ी केंद्रों में हर माह विभागीय निर्देशानुसार पंजीकृत छह माह से तीन वर्ष, तीन वर्ष के छह साल के बच्चों, गर्भवती माताओं और धात्री माताओं को पोषण अभियान के तहत टेक होम राशन (सूखा राशन) आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका द्वारा दिया जाता है. महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत आने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण अभियान के तहत हर माह लाभार्थियों को दिए जाने वाले टेक होम राशन अर्थात (टीएचआर) की मॉनिटरिंग होगी. इसके लिए कॉल सेंटर गठित किए गए हैं.

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भोरंज/हमीरपुर: महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत आने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण अभियान के तहत हर माह लाभार्थियों को दिए जाने वाले टेक होम राशन अर्थात (टीएचआर) की मॉनिटरिंग होगी. इसके लिए कॉल सेंटर गठित किए गए हैं.

आंगनबाड़ी केंद्रों में हर माह विभागीय निर्देशानुसार पंजीकृत छह माह से तीन वर्ष, तीन वर्ष के छह साल के बच्चों, गर्भवती माताओं और धात्री माताओं को पोषण अभियान के तहत टेक होम राशन (सूखा राशन) आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका द्वारा दिया जाता है.

टेक होम राशन की मॉनिटरिंग

केंद्र सरकार ने पोषण अभियान के तहत मिलने वाले राशन वितरण की प्रमाणिकता के लिए कॉल सेंटर के माध्यम से लाभार्थियों के मोबाइल फोन के माध्यम से फीडबैक लेने लगा है. इसके लिए कॉल सेंटर गठित किए गए हैं. हमीरपुर जिला के भोरंज उपमंडल के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग के सर्किल भरेड़ी, भोरंज, चंदरूही, लदरौर, तरक्वाड़ी में करीब 78 लाभार्थियों को कॉल किया गया है. इनमें से 68 लाभार्थियों ने टेक होम राशन मिलने की बात कही है जबकि दस लाभार्थियों ने नवंबर का राशन न मिलने की बात कही.

राशन न देने पर हो सकती है विभागीय कार्रवाई

सर्वोच्च न्यायालय के सख्त आदेश के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत लाभार्थियों को पोषण अभियान के तहत राशन देना अनिवार्य किया गया है, ताकि कोई भी लाभार्थी राशन के वंचित न रहे. अगर रिपोर्ट में राशन न देने की बात सामने आई तो इसकी विभाग स्तर पर जांच की जाएगी.

कॉल आने से सिद्ध होगी प्रमाणिकता

हिमाचल प्रदेश सुपरवाइजर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका कल्याण संघ के संयोजक अभिषेक ठाकुर का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में उपलब्ध राशन को समय पर वितरित किया जा रहा है. कॉल सेंटरों से कॉल आने से इसकी प्रमाणिकता सिद्ध होगी. इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को लाभार्थियों कॉल सेंटर से कॉल आने के बारे में जागरूक करना होगा.

वहीं, महिला एवं बाल विकास विभाग जिला परियोजना अधिकारी तिलक राज आचार्य का कहना है कि कॉल सेंटर के माध्यम में लाभार्थियों के मोबाइल फोन पर कॉल आ रही है. इससे आंगनबाड़ी केंद्रों में हर माह मिलने वाले टेक होम राशन की मॉनिटरिंग की जा रही है.

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