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लाहौल स्पीति में सूखे की समस्या, किसान-बागवानों फसलों को हो रहा नुकसान: रवि ठाकुर

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Published : May 11, 2022, 2:12 PM IST

Updated : May 11, 2022, 3:12 PM IST

DROUGHT PROBLEM IN LAHAUL SPITI

जिला लाहौल स्पीति में काफी समय से बारिश नहीं हुई है जिससे जिले के किसानों और बागवानों की फसलें बर्बाद हो रही (DROUGHT PROBLEM IN LAHAUL SPITI) है. ऐसे में लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि ठाकुर ने जिले को जल्द सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की जयराम सरकार से मांग की है ताकि जिले के किसानों को कुछ मदद मिल सके.

लाहौल स्पीति: हिमाचल प्रदेश के जिला लाहौल स्पीति में काफी समय से बारिश नहीं हुई है जिससे जिले के किसानों और बागवानों की फसलें बर्बाद हो रही (DROUGHT PROBLEM IN LAHAUL SPITI) है. ऐसे में लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि ठाकुर ने जिले को जल्द सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की जयराम सरकार से मांग की है ताकि जिले के किसानों को कुछ मदद मिल सके. उन्होंने कहा कि जिले में सूखे के कारण किसानों को अब दो वक्त की रोजी रोटी की चिंता सताने लगी है.

लाहौल स्पीति में बागवान झेल रहे सूखे की मार:लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि ठाकुर ने कहा कि जिले के किसान व बागवानों को सूखे की मार झेल रहे हैं. वहीं, घाटी के किसानों को एक वर्ष बाद भी स्प्रिंकलर न मिलने से उनकी दिक्कते और बढ़ गई (CROPS ARE DAMAGING IN LAHAUL) हैं. उन्होंने कहा कि गत वर्ष विभाग ने स्प्रिंकलर देने के नाम पर 20 प्रतिशत अग्रिम राशि करीब 120 किसानों से ली गई थी, लेकिन आज तक उन्हें स्प्रिंकलर नहीं दिए गए. उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग से जब इस बारे में पूछा गया तो विभाग ने फिर किसानों से 12 प्रतिशत जीएसटी वसूला, लेकिन फिर भी उन्हें स्प्रिंकलर नहीं दिया.

लाहौल स्पीत में सूखे की समस्या पर रवि ठाकुर

बागवानी विभाग स्प्रिंकलर देने में असमर्थ:पूर्व विधायक रवि ठाकुर (RAVI THAKUR ON DROUGHT PROBLEM) ने बागवानी विभाग पर जिले के किसान- बागवान को स्प्रिंकलर देने में असमर्थ करार दिया. उन्होंने कहा कि इससे सराकरी योजनाओं की पोल खुलती साफ देखी जा सकती है. उन्होंने कहा कि जिले के किसानों को 1 वर्ष बाद भी निर्धारित राशि जमा कराने के बाद स्प्रिंकलर उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं. वहीं अब जीएसटी का पैसा भी किसानों से वसूला जा रहा है.

सरकार द्वारा कई सिंचाई योजना की गई थी शुरू:रवि ठाकुर ने कहा कि किसान व बागवान के लिए जिले में कई सिंचाई योजनाएं शुरू की गई थी जिसका लाभ किसानों को मिला भी लेकिन वर्तमान में जिले के कई पंचायतों में किसानों को अपने खेत मे सिंचाई की भारी कमी हो रही है. अब किसान को चिंता सता रही है कि बिना पानी के उनकी गोभी, आलू, मटर की फसलों को सूखे से कैसे बचाया जाए. कई जगह किसान अभी तक फसलों की बुवाई भी नहीं कर पाए हैं.

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Last Updated :May 11, 2022, 3:12 PM IST

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