धर्मशाला: 6 जुलाई को तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा के जन्मदिन (tibetan spiritual leader dalai lama birthday) से पहले राजधानी ल्हासा में चीन सरकार ने प्रतिबंधों को कड़ा कर दिया है, जिसको लेकर तिब्बतियों में चीन सरकार के प्रति फिर से भारी विरोध पैदा हो गया है. अधिकार संगठन फ्री तिब्बत के अनुसार इसका पता दलाई लामा के जोखांग मंदिर, पोटाला पैलेस और तीन मठवासी विश्वविद्यालयों के आसपास की सड़केंरू गाडेन, सेरा और डेपुंग, तिब्बत वॉच द्वारा प्रदान की गई जानकारी से पता चला है.
तथाकथित स्थिरता रखरखाव के लिए पूर्व-खाली उपायों के हिस्से के रूप में, तिब्बतियों की यादृच्छिक/रैंडम खोज की जाएगी और बाद में असंतोष के किसी भी संकेत के लिए उनके फोन की जांच की जाएगी. वहीं, फोटो साक्ष्य से यह भी पता चलता है कि संवेदनशील अवधि के दौरान अधिकारी आंदोलन की निगरानी के लिए शहर के ऊपर ड्रोन उड़ाने का सहारा ले रहे हैं. शोधकर्ताओं ने कहा कि महत्वपूर्ण चैकियों पर सुरक्षाकर्मी शरीर की यादृच्छिक/रैंडम तलाशी करेंगे और अपमानजनक सबूतों जैसे कि दलाई लामा की तस्वीरें देखने के लिए फोन की जांच करेंगे.