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सोनीपत में आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता, लघु सचिवालय के बाहर दिया धरना

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Published : Dec 17, 2022, 9:53 PM IST

सोनीपत में संयुक्त किसान मोर्चा (samyukt kisan morcha) के बैनर तले किसान नेताओं ने आमरण अनशन शुरू किया. किसान नेता की मांग है कि सोनीपत के गांव से निकलने वाली हाई वोल्टेज बिजली की तारों के लिए खेतों में पोल लगने वाली जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए.

farmers protest in sonipat
farmers protest in sonipat

सोनीपत: लघु सचिवालय सोनीपत में संयुक्त किसान मोर्चा (samyukt kisan morcha) के बैनर तले किसान नेताओं ने आमरण अनशन शुरू किया. किसान नेता की मांग है कि सोनीपत के गांव से निकलने वाली हाई वोल्टेज बिजली की तारों के लिए खेतों में पोल लगने वाली जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए. केएमपी के साथ-साथ गुजरने वाली रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए चार गुना मुआवजा मिलना चाहिए.

नूरन खेड़ा के रहने वाले किसान जिसने आंदोलन में जान गंवाई उसके परिजनों को मुआवजा जल्द दे. बारिश के दौरान खेतों से पानी निकासी का स्थाई समाधान किया जाए. वहीं किसानों की सरकार को चेतावनी अगर मांगे नहीं मानी गई तो लंबे समय तक किसान नेता का आमरण अनशन जारी रह सकता है. आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ का कहना है कि यहां तीन बड़ी लाइन निकाली जा रही हैं.

जिनके लिए किसानों की फसलों को बर्बाद कर वहां पर खंभे लगाए जा रहे हैं. जल्द से जल्द किसानों को उसका उचित मुआवजा दिया जाए. वहीं केएमपी के साथ-साथ गुजरने वाली रेलवे लाइन के भूमि अधिग्रहण का चार- गुना मुआवजा किसानों को मिले. इसके साथ ही सरकार किसानों को पराली ना जलाने की सलाह दे रही थी और सुपर सीडर खरीदने की बात कही थी और उन पर सब्सिडी भी दी जानी थी, लेकिन अब किसानों ने जब सुपर सीडर खरीद लिए हैं, तो सब्सिडी नहीं दी जा रही है.

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ये बहुत गलत है. सभी किसानों को सब्सिडी दी जाए. वहीं आंदोलन के दौरान जो किसान शहीद हुए थे, उन्हें मुवावजा राशि दी गई है, लेकिन नूरन खेड़ा सोनीपत का ही गांव है और वहां के किसान शहीद हुआ था. उसे अभी तक कोई भी राशि नहीं दी गई है. उसे जल्द से जल्द 5 लाख की सहायता राशि दी जाए. किसान नेता का कहना है कि अगर कुर्बानी देनी पड़े तो उसके लिए भी तैयार है, लेकिन अपने आमरण अनशन के दौरान सिर्फ पानी ही पियेंगे. पानी के अलावा कुछ भी नहीं पिएंगे. अगर जल्दी सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो आने वाले समय में यहां बड़ी संख्या में किसान एकत्रित होंगे.

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