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मुजफ्फरनगर महापंचायत के लिए हरियाणा से निकला किसानों का जत्था, लाखों किसान जुटने की उम्मीद

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Published : Sep 4, 2021, 10:17 PM IST

Muzaffarnagar Mahapanchayat

संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) के आह्वान पर 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत (Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat) बुलाई गई है. इसमें शामिल होने के लिए शनिवार को किसानों का जत्था मुजफ्फरनगर के लिए रवाना (Sirsa farmer leaves for Muzaffarnagar) हुआ.

सिरसा: संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) के आह्वान पर 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत (Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat) बुलाई गई है. किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait Farmer Leader) का दावा है कि इस महापंचायत में लाखों किसान जुटेंगे. बड़ी बात ये है कि इस महापंचायत में देश के हर राज्य का प्रतिनिधित्व होगा. यूपी, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के अलावा कई राज्यों के किसान इसमें शामिल होंगे.

इस महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) में शामिल होने के लिए शनिवार को किसानों का जत्था मुजफ्फरनगर के लिए रवाना (Sirsa farmer leaves for Muzaffarnagar) हुआ. भारतीय किसान एकता के बैनर तले सिरसा से पहला किसान जत्था मुजफ्फरनगर रवाना हुआ. इससे पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गाजियाबाद में सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इसे भाजपा की सरकार ना कहकर मोदी सरकार कहा जाए, तो बेहतर होगा.

इस दौरान किसानों ने कहा कि जब तक सरकार तीनों कृषि कानून को रद्द नहीं कर देगी तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. किसानों ने कहा कि 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत बीजेपी सरकार की जड़ें हिलाकर रख देंगी. किसानों ने कहा कि देशभर के किसान उत्तर प्रदेश में होने वाली इस महापंचायत में बढ़चढ़कर हिस्सा लेंगे.

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वहीं गाजियाबाद में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि कानून पूरी तरह से भारत के किसान और कृषि के हक में नहीं हैं. ये कानून देश को विदेशी हाथों में सौंपने की तैयारी है. पहले एक ईस्ट इंडिया कंपनी भारत आई थी, उसने देश को गुलाम बना लिया था और अब तो ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ, साउथ सभी दिशाओं से अनगिनत कंपनियां देश को निगलने के लिए जाल फैला चुकी हैं. टिकैत ने कहा कि अपनी पगड़ी के साथ फसल और नस्ल बचानी है, वरना आने वाली पीढ़ियां माफ नहीं करेंगी.

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