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पेड़ों को मिल रही है पेंशन, आपके घर-आंगन के पेड़ को भी मिली क्या ?

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Nov 19, 2023, 10:48 PM IST

पेड़ है तो धरती पर ऑक्सीज़न है. कोरोना की लहर के दौरान लोगों को ऑक्सीज़न की अहमियत का पता चला था क्योंकि अगर ऑक्सीज़न है तो आपका जीवन है. ऑक्सीज़न नहीं तो कुछ भी नहीं. इसी ऑक्सीज़न के लिए पेड़ों को बचाने के लिए हरियाणा सरकार ने पेड़ों को पेंशन देने की योजना लॉन्च की और अब पेड़ों को पेंशन मिलनी भी शुरू हो गई है.

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पेड़ों को मिली पेंशन

पेड़ों को पेंशन

करनाल : आप अगर सांस ले पा रहे हैं तो वजह पेड़ है. पेड़ से ही हमें ऑक्सीज़न मिलती है. वो पेड़ ही हैं जो वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को सोखते हैं और हमें जीने के लिए ऑक्सीज़न देते हैं. सोचिए अगर कल पेड़ ना हो तो क्या हो. शायद हम भी नहीं होंगे. ऐसे में पेड़ों को लगाना और उन्हें बचाना ख़ासा जरूरी है.

करनाल में 120 पेड़ों को मिली पहली पेंशन

हरियाणा सरकार की ख़ास स्कीम :हरियाणा सरकार ने पेड़ों के संरक्षण के लिए देश में पहली अनोखी पेंशन योजना शुरू की जिसके तहत 75 साल से ज्यादा उम्र वाले पेड़ों को पेंशन दी जा रही है. प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही इस योजना को प्राण वायु देवता पेंशन योजना का नाम दिया गया है. सरकार का मानना है कि इस योजना से छोटे किसानों को फायदा मिलेगा, उनकी आय बढ़ेगी. साथ ही इससे पेड़ों की कटाई पर रोक भी लगेगी और हवा की बेहतर गुणवत्ता बरकरार रहेगी.

पेड़ बचेगा, पर्यावरण बचेगा

करनाल में 120 पेड़ों को मिली पहली पेंशन : करनाल की बात करें तो यहां प्राण वायु देवता पेंशन योजना के तहत जिले में 75 से 150 वर्ष तक के 120 पुराने पेड़ों को जिला वन विभाग ने पहले साल की 2750 रुपये पेंशन जारी कर दी है. करनाल में अलग-अलग लोगों, संस्थाओं और पंचायतों ने पेंशन के लिए अप्लाई किया था, जिसके बाद हरियाणा सरकार के वन विभाग ने ऐसे पेड़ों की पहचान कर जांच-परख कर सत्यापन किया और उसके बाद ये पेंशन जारी कर दी गई.

पेड़ों को बचाना है...

पुराने पेड़ों की देखभाल करने वालों को मिलेगा प्रोत्साहन : जिला वन अधिकारी जय कुमार ने बताया कि जिले में 9 तरह के पेड़ों को पेंशन का लाभ दिया गया है. इनमें सबसे ज्यादा 49 पीपल, 36 बरगद के पेड़ शामिल हैं. इन पेड़ों की उम्र 75 वर्ष से लेकर 150 वर्ष तक मिली है. जिले के 27 गांव ऐसे हैं जहां सिर्फ एक-एक पेड़ ही मिला है. उन्होंने बताया कि इस स्कीम से जहां पुराने पेड़ों की देखभाल करने वालों को प्रोत्साहन मिलेगा, वहीं नई पीढ़ी भी पेड़ों की अहमियत को समझ सकेगी. साथ ही उन्होंने जिले के सभी लोगों से ऐसे सभी पेड़ों की पहचान कर पेंशन के लिए अप्लाई करने की अपील की है.

प्राण वायु देवता पेंशन योजना से लाभार्थी खुश : प्राण वायु देवता योजना के तहत पेंशन पाने वाले लाभार्थी भी सरकार की इस योजना से खुश नज़र आए. उन्होंने कहा कि सरकार की ये योजना पर्यावरण के लिए बहुत अच्छी है, इससे वृक्ष भी बचेंगे और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा.

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