फतेहाबाद: बसपा के जिला अध्यक्ष पीएस फानर ने प्रेस वार्ता कर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को कानूनी नोटिस भेजने की बात कही है. बसपा के जिलाध्यक्ष व अधिवक्ता पीएस फानर का कहना था कि शहीद ऊधम सिंह के बलिदान दिवस पर मनोहर सरकार ने एक संदेश बुधवार को समाचार पत्रों में प्रकाशित करवाया. इसमें शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस को जयंति बताया जा रहा है.
इस मामले पर बसपा भेजेगी मुख्यमंत्री मनोहर लाल को नोटिस
शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस को उनकी जयंती के रूप में संदेश देने के कारण बसपा ने खट्टर सरकार को घेरते हुए कटघरे में खड़ा कर दिया है. इसको लेकर बसपा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बसपा का आरोप है कि बीजेपी सरकार शहीदोंं का अपमान कर रही है.
शहीदों की शहादत का अपमान
पीएस फानर ने बीजेपी सरकार पर शहीदों की शहादत को अनदेखा करने का आरोप लगाया है. उन्होनें कहा कि इस बात के लिए मुख्यमंत्री शहीद उधम सिंह के गांव में जाकर माफी मांगे. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी बीजेपी ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस को उनका जन्मदिवस बताया था.
बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप
बसपा के जिला अध्यक्ष ने कहा कि जिनकी बदौलत हम आजादी से सांस ले रहे हैं, उन्हीं को भुलाया जा रहा है. ये राष्ट्रभक्ति का दिखावा करने वाले लोग सच्चे राष्ट्रभक्तों को अनदेखा कर रहे हैं. ये बेहद दुख की बात है कि बीजेपी को इस बात की भी जानकारी नहीं है कि शहीद उधम सिंह का शहीदी दिवस है या जन्मदिवस है. उन्होंने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग महापुरुषों के नाम पर सिर्फ वोट लेने तक ही सीमित है.
उन्होने इसे शहीदों की शहादत को अनदेखा करने का आरोप लगाया है उन्होनें कहा कि इस बात के लिए मुखयमंत्री शहीद उधम सिंह के गांव में जाकर माफी मांगे इसके लिए बसपा की और से मुखयमंत्री हरियाणा सरकार को कानुनी नोटिस भी भेजा जाएगा। उन्होने कहा कि इससे पहले भी भ्भाजपा के द्वारा इस तरह के मामले सामने आए है जब सविधान निर्माता बाबा साहिब भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें जन्मदिवस कहा जाता है। उन्होनें कहा कि जिनकी बदौलत हम आजादी की सांस ले रहे है उन्ही को भुलाया जा रहा है। यह बेहद दख्ुख की बात है ये राष्ट्रभक्ति का दिख्खावा करने वाले लोग सच्चे राष्ट्रभक्तों को अनदेखा कर रहे है। कि उनके पास आज इतना भी समय नहीं है कि उन्हें यह भी जानकारी नहीं है कि शहीदी दिवस है या जन्मदिवस है। जनता में इससे गलत सन्देश जाता है। उन्होनें इस विषय में बहुत बडी गलती की है। ये लोग महापुरूषों के नाम पर सिर्फ वोट लेने तक ही सिमित है। Conclusion:bite1 - पीएस फानर जिला अध्यक्ष बसपा व अधिवक्ता
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