चंडीगढ़: पीजीआई चंडीगढ़ देश का दूसरा सबसे बेहतरीन अस्पताल बन गया है. पीजीआई ने ये मुकाम लगातार तीसरी बार हासिल किया है. दिल्ली एम्स के बाद चंडीगढ़ पीजीआई देश का दूसरा सबसे बेहतरीन अस्पताल है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) के तहत पीजीआई को दूसरा रैंक दिया गया है.
चंडीगढ़ पीजीआई को मिला दूसरा रैंक
इस रैंकिंग में पीजीआई ने 118 इंस्टिट्यूट को पछाड़कर ये स्थान हासिल किया है. पीजीआई ने 80.6 स्कोर प्राप्त किया, जबकि दिल्ली एम्स को 90.69 स्कोर मिला है. इस बात की जानकारी ईटीवी भारत से बात करते हुए चंडीगढ़ पीजीआई के निदेशक प्रोफेसर जगतराम ने दी. उन्होंने इस काम के लिए पीजीआई के पूरे स्टाफ को बधाई दी. उन्होंने कहा कि पीजीआई का हर स्टाफ जैसे डॉक्टर, नर्सेज, फैकेल्टी आदि कि मेहनत के बदौलत पीजीआई को ये स्थान मिला है.
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पीजीआई रिसर्च, टीचिंग और मरीज की देख रेख के मामले में बहुत अच्छा काम कर रहा है. जिसकी वजह से पीजीआई को दूसरा रैंक मिला है, हालांकि दिल्ली एम्स पहले नंबर पर रहा. साथ ही उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि चंडीगढ़ पीजीआई में कुछ कमियां रह सकती है, जिसकी वजह से पहले स्थान पर नहीं आया, लेकिन कमियों को दूर करने की अपार संभावनाएं हैं. हम हर पहलू पर काम करेंगे, जिससे आने वाले सालों में चंडीगढ़ पीजीआई देश का नंबर वन अस्पताल बन सके.
चंडीगढ़ पीजीआई कैसे बना देश का दूसरा सबसे बेहतरीन अस्पताल, बता रहे हैं पीजीआई निदेशक उन्होंने कहा चंडीगढ़ पीजीआई में मरीजों की भीड़ भी बहुत ज्यादा है. पड़ोसी राज्यों से भी यहां लाखों की संख्या में मरीज आते हैं. हमें भीड़ को मैनेज करने के और बेहतर तरीके निकालने होंगे. दूसरी तरफ लोगों को विश्वास भी है कि चंडीगढ़ पीजीआई में सबसे बेहतरीन इलाज मिलेगा. जिस वजह से बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं. उनका यही विश्वास पीजीआई के लिए अच्छी बात है.
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प्रोफेसर जगत राम ने कहा कि वैसे तो इस रैंकिंग में पहले से 3 स्थान पर आना ही बहुत बड़ी बात है, लेकिन हम फिर भी नंबर एक पर आना चाहते हैं. जिस तरह हर माता-पिता अपने बच्चे को पहली पोजीशन पर देखना चाहता है. वैसे हम भी पीजीआई को देश में नंबर एक पोजीशन पर देखना चाहते हैं. आने वाले दिनों में पीजीआई को अवश्य ही नंबर एक रैंक हासिल होगी.