हरियाणा

haryana

ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट, गंदगी से परेशान अंबाला शहर के लोग इन मुद्दों पर डालेंगे वोट

By

Published : Dec 18, 2020, 5:00 PM IST

Updated : Dec 18, 2020, 9:56 PM IST

निगम चुनावों को लेकर एक ओर जहां राजनीतिक दल पूरी तरह से सक्रीय हो चुके हैं तो वहीं दूसरी ओर आम जनता भी पूरी तरह से तैयार नजर आ रही है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत की टीम भी अंबाला की जनता के बीच ग्राउंड जीरो पर मौजूद है.

ambala city municipal election
निकाय चुनावः अपने होने वाले मेयर क्या है अंबाला शहर के लोगों की मांगे?

अंबालाःहरियाणा में निकाय चुनाव- 2020 का बिगुल बज गया है, जिसके बाद राजनीतिक पार्टियों की हलचल बढ़ गई है. सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत को आश्वस्त करने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत की टीम भी ग्राउंड जीरो पर मौजूद है. जहां हमने अंबाला शहर के लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना है.

अंबाला शहर की जनता ने इस बार अपने मेयर के लिए समस्याओं की लंबी चौड़ी लिस्ट तैयार कर रखी है. उनका कहना है कि जो भी हमारे पास वोट अपील करने आएगा पहले उसे ये सूची सौंपी जाएगी और हमारी इन समस्याओं को जो भी उम्मीदवार गंभीरता से लेगा हम उसे ही वोट देंगे.

निकाय चुनावः अपने होने वाले मेयर क्या है अंबाला शहर के लोगों की मांगे?

इन मुद्दों पर वोट डालेंगे अंबाला शहर के लोग

अंबाला शहर की वॉर्ड नंबर 1 की महिलाओं का कहना है कि उनके वॉर्ड में सबसे ज्यादा समस्या गंदगी की है. उनके घर के चारों ओर गंदा पानी, नालियां और खुले में कचरा पड़ा रहता है. जिससे ना केवल उनका जीना दुश्वार हो रहा है बल्कि कई तरह की गंभीर बीमारियां भी फैल रही है. उन्होंने बताया कि उनके वॉर्ड में निगम द्वारा महीने में एक बार भी सफाई बड़ी मुश्किल से होती है. इसके अलावा इन महिलाओं की और भी कई समस्याएं हैं. जैसेः

  • घरों में पीने का गंदा पानी आता है.
  • घर के पास टूटी-फूटी सड़कें हैं, जहां आए दिन हादसे होते रहते हैं.
  • निगम द्वारा बनाई गई नालियां टूट गई है, जिसके कारण घरों में गंदा पानी घुस जाता है.
  • महीनों तक नालियों को सफाई नहीं होती. जिसके चलते गंदगी और बीमारियां पनप रही है.
  • सड़कों पर आवारा पशु घूमते रहते हैं, लेकिन उन्हें नहीं हटाया गया.
    ये है नगर निगम चुनाव शैड्यूल

ये भी पढ़ेंः सुनिए नेताजी: सीवर का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं अंबाला शहर के लोग

शहर और छावनी मिलकर बना था निगम

बता दें अंबाला शहर और छावनी नगर परिषद को मिलाकर नगर निगम बनाया गया था. अंबाला छावनी के विधायक अनिल विज ने निगम को भंग करने की सिफारिश की थी, जबकि शहर के विधायक असीम गोयल निगम बरकार रहने के पक्ष में थे. सरकार ने दोनों ही नेताओं को खुश कर शहर में नगर निगम बरकरार रखा. उस समय भी नगर निगम में 20 वार्ड थे और अब अंबाला शहर में 12 गांवों को शामिल कर वार्ड संख्या 20 ही तय की है.

कोरोना के लिए खास तैयारी
Last Updated :Dec 18, 2020, 9:56 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details