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स्वस्थ और सुन्दर बनाता है 'हैप्पी सेक्स'

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Published : Feb 7, 2021, 9:00 AM IST

happy sex between couples
खुशनुमा शारीरिक संबंध

क्या आप जानते है की 'हैप्पी सेक्स' न सिर्फ हमारे व्यवहार और मूड को खुशनुमा बनाने में सक्षम है बल्कि यह हमारे चेहरे से उम्र के प्रभाव को कम करने तथा प्राकृतिक चमक बनाए रखने में भी मदद करता हैं ।

अच्छे तथा खुशनुमा शारीरिक संबंधों हमारे शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर को लेकर किए गए कई शोधों में यह बात प्रमाणित हो गई है। ऑरोनो स्थित मैंन यूनिवर्सिटी में फैमिली रिलेशन तथा ह्यूमन सेक्शूऐलिटी विभाग की प्रोफेसर सांद्रा एल कैरन बताती है कि दुनिया भर में सेक्स के फायदों को लेकर किए गए विभिन्न शोधों के नतीजे बताते है की हैप्पी सेक्स जिससे महिला तथा पुरुष दोनों आनंदित हो तथा चरम सुख पाए, उनके शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक स्वास्थ्य पर जादुई असर डालता है।

“हैप्पी सेक्स” कासेहत पर असर -

  • दिल का स्वास्थ्य बेहतर रखता है

व्यायाम की भांति ही सेक्स भी हमारे ह्रदय के स्वास्थ्य को बनाए रखता है। इंटेरकोर्स के दौरान दिल की धड़कन तेज हो जाती है, हृदय तेज गति से धड़कता है और ज्यादा मात्रा में रक्त को पम्प करता है। इससे रक्त संचार सुधारता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी नियंत्रण में रहता है। वर्ष 2015 में प्रकाशित एक शोध अमेरिकन जनरल ऑफ कार्डियोलॉजी के अनुसार हफ्ते में कम से कम दो बार सेक्स करने वाले पुरुष तथा महिलाओ में उन लोगों की अपेक्षा स्ट्रोक या ह्रदयघात जैसे कार्डियोवेस्कूलर रोग होने का खतरा कम होता है, जो महीने में एक बार सेक्स करते है।

वहीं अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन भी इस बात को मानती है की सेक्स से शरीर का मेटबॉलिस्म तथा एनर्जी बढ़ती है, साथ ही कैलोरी भी कम होती है। वर्ष 2013 में प्रकाशित पीएलओएस शोध के अनुसार 25 मिनट के सेक्स सेशन के दौरान प्रति मिनट लगभग 4 कैलोरी कम होती है।

  • दर्द विशेषकर मासिक के दर्द से राहत

सुखद शारीरिक संबंधों से इंसान के शरीर में हैप्पी हार्मोन कहे जाने वाले ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन का स्तर बढ़ाता है। वहीं ऑक्सीटोसिन के अलावा इस प्रक्रिया के दौरान एंडोर्फिनहॉर्मोन रिलीज़ होता है। जोकि शरीर में एक दर्द निवारक की तरह काम करता है। यही कारण है की सेक्स के बाद आमतौर पर महिलाओं और पुरुषों को दर्द से राहत मिलती है। इस संबंध में हुए कई शोध के नतीजे बताते है की जब कोई पुरुष या महिला अपने साथी के साथ प्रेम, भरोसे और आत्मीयता के साथ जुड़े होते है तो मात्र उनकी फ़ोटो देखने भर से दर्द में राहत महसूस करने लगते है। पीएलओएस में प्रकाशित स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी कैलिफोर्निया के एनेस्थीयोलोजिस्ट विभाग के एक शोध में विभिन्न अवस्थाओं तथा गतिविधियों के दौरान विशेष परेशानी या दर्द भरी परिस्थितियों में शोध में भाग लेने वाले लोगों को उनके साथी के चित्र या उनसे जुड़े सामान दिखाए गए , जिसके नतीजो में साफ हो गया की साथी को सिर्फ देखने भर से उनके दर्द तथा परेशानी में कमी आई है।

इसके अलावा कई शोध के नतीजों में यह भी बात सामने आई है की यदि महिलाओं को सेक्स के दौरान आनंद, संतोष तथा चरम सुख प्राप्त होता है तो उनके मासिक चक्र के दौरान होने वाले दर्द में उन्हें काफी राहत मिलती है।

  • तनाव तथा उच्च रक्तचाप में कमी

चिकित्सक तथा जानकार दोनों मानते है की संतोषदायक सेक्स संबंधों से शरीर में एन्डोरफीन तथा अन्य ऐसे हार्मोन का निर्माण होता है जो तनाव को दूर करने में मदद करते है। जनरल बायलॉजीकल साइकोलॉजी में प्रकाशित एक स्काटिश शोध के नतीजों के अनुसार शारीरिक संबंध से जुड़ी गतिविधियां तथा भावनाएं जैसे उत्तेजना, फोरपले या हस्तमैथुन के कारण मन को शांति व सुख तथा शरीर की मांसपेशियों को काफी आराम मिलता है ।जिसके चलते मस्तिष्क से तनाव तथा उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं में काफी राहत मिलती है।

  • प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम करता है

2016 में युरोपियन यूरॉलॉजी में प्रकाशित एक शोध में बताया गया है की जो पुरुष महीने में 21 से ज्यादा बार सेक्स या हस्तमैथुन के दौरान वीर्य त्याग करते है, उनमें प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 20 प्रतिशत तक कम हो जाता है। हालांकि इस विषय पर शोधों के अभाव में इस तथ्य की पुष्टि नहीं की जा सकती है।

  • नींद की गुणवत्ता अच्छी होती है तथा कामेच्छा बढ़ती है।

नेशनल स्लीप फाउंडेशन के अनुसार चरम सुख शरीर में परोलेक्टिन नामक हार्मोन को बढ़ाता है जिससे नींद की गुणवत्ता काफी बेहतर होती है। मई 2015 में प्रकाशित शोध “ जनरल ऑफ सेक्शुअल मेडिसन” के अनुसार अच्छे सेक्स के बाद महिला तथा पुरुष दोनों को रात में नींद तो अच्छी आती ही है, साथ ही अगली सुबह भी लोग ज्यादा प्रसन्नता , संतोष, ताजगी तथा स्फूर्ति महसूस करते है। वहीं उनमें कामेच्छा की भावना भी बढ़ती है।

  • खुश मूड तथा मजबूत रिश्ता

यदि किसी जोड़े के बीच सेक्स संबंध अच्छे है तो यकीनन उनके बीच के संबंध भी ज्यादा मजबूत होंगे। डॉ. कैरन बताती है की किसी ऐसे व्यक्ति के साथ सेक्स जैसी शारीरिक नजदीकी बनाने पर, जिस पर हम भरोसा करते हो या फिर जिसके बारे में सोचते है, हमारे शरीर में निर्मित होने वाले न्यूरोट्रांसमिटर्स की संख्या ज्यादा बढ़ जाती है और हमारा मूड और ज्यादा प्रसन्न हो जाता है। ऐसी अवस्था में व्यक्ति ज्यादा शांत, सुखी तथा संतोष महसूस करने लगता है। यही नहीं कई शोध बताते है की हैप्पी सेक्स वाली अनुभूति का असर पुरुषों के सीमन पर भी पड़ता है, तथा शारीरिक अंतरंगता के बाद महिला तथा पुरुष दोनों के चेहरो पर ज्यादा चमक आ जाती है तथा प्रसन्नता न सिर्फ उसकी शख्सियत बल्कि उसके हाव-भाव में भी नजर आती है।

यही भावनाएं दोनों के बीच के रिश्तों को मजबूत तो बनती ही है साथ ही उनके चेहरे से उम्र के प्रभाव को भी कम करती है।

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