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सड़क दुर्घटना में बाइक सवार युवक की मौत, 30 को होनी थी शादी

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Published : Nov 13, 2020, 3:40 AM IST

Updated : Nov 13, 2020, 7:34 AM IST

दिल्ली के छतरपुर इलाके में गुरुवार तड़के बाइक सवार युवक को तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने कुचल दिया. जिससे अस्पताल ले जाते वक्त हो गई. मृतक घर में तीन बहनों के बाद एकलौता लड़का था और 30 नवंबर को उसकी शादी होनी थी, लेकिन खुशी का माहौल मातम में बदल गया.

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सड़क दुर्घटना में एकलौते बेटे की मौत

नई दिल्ली:छतरपुर इलाके में गुरुवार तड़के बाइक सवार युवक को तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने कुचल दिया. राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई. 26 वर्षीय मृतक नीरज की 30 नवंबर को ही शादी होनी थी. वसंतकुंज साउथ थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया. साथ ही अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज कर दुर्घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से आरोपी की पहचान का प्रयास कर रही है.

सड़क दुर्घटना में एकलौते बेटे की मौत

अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर
पुलिस के अनुसार, नीरज छतरपुर पहाड़ी इलाके में परिवार के साथ रहता था. परिवार में बुजुर्ग माता-पिता के अलावा तीन बहनें हैं. नीरज एक्सपोर्ट कंपनी में वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी था और अक्सर देर रात घर लौटता था. गुरुवार तड़के 3.50 बजे नीरज वसंतकुंज स्थित ऑफिस से लौट रहा था. घर से कुछ दूरी पर छतरपुर नर्सरी के पास किसी अज्ञात वाहन ने बाइक को पीछे से टक्कर मार दी. आरोपी ने भागने के चक्कर में नीरज के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी और फरार हो गया. इस बीच वहां से गुजर रहे लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी. जिसके मौके पर पहुंची पुलिस ने नीरज को सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई.

ज्यादा खून बहने से मौत
नीरज के जीजा ने बताया कि डॉक्टरों का कहना है कि नीरज की मौत ज्यादा खून बहने के चलते हुई. अगर उसे समय से अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद वह बच जाता. नीरज के जीजा ने करीब रोते हुए कहा कि यदि टक्कर मारने वाला भागने के बजाय नीरज को अस्पताल पहुंचा दिया होता तो किसी के घर का चिराग बच जाता.

तीन बहनों का इकलौता भाई
नीरज का शव लेने अस्पताल पहुंचे उसके जीजा ने बताया कि नीरज तीन बहनों का इकलौता भाई था. एक बहन की शादी हुई है, जबकि दोनों बहनों नीरज से छोटी हैं. उन्होंने बताया कि नीरज घर में अकेला कमाने वाला था. उसके पिता बुजुर्ग हैं, जिससे वह काम नहीं कर सकते. घर में नीरज की शादी की तैयारी चल रही थी. 30 नवंबर को ही शादी होने वाली थी, खुशी का माहौल था. घर में दुल्हन आनी थी लेकिन अब हम लोग नीरज का शव लेकर उसके घर जा रहे हैं.

Last Updated :Nov 13, 2020, 7:34 AM IST

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