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दिल्ली के शिक्षा निदेशक ने एग्जाम के दौरान स्ट्रेस दूर करने के लिए छात्रों को बताया मंत्र

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Published : Dec 15, 2022, 2:59 PM IST

दिल्ली में प्री बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. इस बीच प्रदेश के शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने छात्रों के साथ सीधा संवाद करते हुए एग्जाम के दौरान छात्रों को स्ट्रेस दूर करने के लिए ( to overcome stress) मंत्र बताया. इस संवाद को दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में लाइव दिखाया गया. पढ़ें उन्होंने क्या कहा.

शिक्षा निदेशक ने एग्जाम के दौरान स्ट्रेस दूर करने के लिए छात्रों को बताया मंत्र
शिक्षा निदेशक ने एग्जाम के दौरान स्ट्रेस दूर करने के लिए छात्रों को बताया मंत्र

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में 15 दिसम्बर से दसवीं और बारहवीं की प्री बोर्ड की परीक्षा शुरू हो गई है. दिल्ली के शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने गुरुवार को सरकारी स्कूलों के छात्रों के साथ सीधा संवाद किया. इस दौरान छात्रों ने निदेशक से कई सवाल पूछे, जिनमें स्कूल से लेकर कॉलेज और भविष्य में पढ़ाई को लेकर कौन-कौन सी चुनौतियां आती हैं और इन चुनौतियों से सामना करने के लिए खुद को कैसे तैयार करें, जैसे सवाल भी थे. इसके अलावा छात्रों के कई सवाल के निदेशक ने जवाब (education director told students) दिए. यहां बताते चलें कि शिक्षा निदेशक का छात्रों के साथ यह संवाद दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में लाइव दिखाया गया. जो छात्र कार्यक्रम से नहीं जुड़ पाए, उन्होंने ऑनलाइन मोड में अपने सवाल निदेशक से पूछे. आइए जानते हैं छात्रों ने कौन-कौन से सवाल पूछे.

सवाल: पढ़ाई के दौरान स्ट्रेस कैसे दूर करें ?


जवाब : जीवन में स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए. अगर स्ट्रेस है तो इसे दूर करने के लिए मेडिटेशन करिए, सबसे अच्छा है कि आप अपने परिवार के लोगों के साथ बातचीत कीजिए. दोस्तों के साथ बात करें. स्कूल टाइम पर मैंने भी यही किया था. जब मैं स्कूल में था तो एग्जाम को लेकर स्ट्रेस लेता था, लेकिन इसके बाद कॉलेज और यूपीएससी के दौरान मैंने स्ट्रेस नहीं लिया. अपनी पढ़ाई निरंतर करनी चाहिए. एग्जाम का डर नहीं होना चाहिए. अच्छे नंबर के लिए नहीं बल्कि आप कितना समझ रहे हैं, यह आपके लिए महत्वपूर्ण है.

एग्जाम के दौरान स्ट्रेस दूर करने का उपाय

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सवाल: क्या पढ़ाई के दौरान आपको कभी लगा कि छोड़ देना चाहिए ?
जवाब : मुझे पढ़ाई कभी बोझ नहीं लगी. मेरे साथ परिवार का सपोर्ट था. जब हम क्रिकेट खेलते हैं और हारते हैं तो क्या खेलना बंद कर देते हैं ? नहीं करते हैं न ?तो हम पढ़ाई कैसे छोड़ सकते हैं ?मेरे बचपन के आदर्श एपीजे अब्दुल कलाम थे, जिन्होंने मुझे अच्छा करने के लिए हमेशा प्रेरित किया.

सवाल: आईआईटी से आईएएस का सफर कैसे तय किया ?


जवाब : आईआईटी दिल्ली में तीसरे वर्ष का छात्र था तो उस दौरान एक एनजीओ के साथ जुड़कर काम किया था. माता-पिता हमेशा कहते थे कि सिविल सर्वेंट बनना लेकिन मैं तो इंजीनियर की पढ़ाई कर रहा था. लेकिन, एनजीओ के साथ काम करने के दौरान मुझे सिविल सर्विस की तैयारी करने की प्रेरणा मिली.

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एग्जाम के दौरान स्ट्रेस दूर करने का उपाय

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