दिल्ली

delhi

Wheel Theft Gang Busted: नोएडा में कार के पहिए चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 4 गिरफ्तार

By

Published : Apr 6, 2023, 3:58 PM IST

नोएडा में पुलिस ने कार के पहिए चुराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. जानकारी के मुताबिक ये लोग आठ सालों से इस तरह की चोरी कर रहे हैं. मामले में 4 चोरों को गिरफ्तार किया है.

Gang stealing car wheels busted
Gang stealing car wheels busted

डीसीपी ने मामले में बारे में बताया

नई दिल्ली/नोएडा:अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान में गुरुवार को थाना सेक्टर 20 पुलिस द्वारा जयपुरिया मार्केट में चेकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना पर 4 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया गया. ये चोर कॉलोनियों में खड़ी नई कारों के पहिए चोरी कर लिया करते थे. अंतरराज्यीय व्हील चोर गिरोह इन लोगों को डीएलएफ मॉल के पास से गिरफ्तार किया गया.

आरोपियों की पहचान राजू गुर्जर, पुत्र प्रेम सिंह, ललित माथुर, पुत्र कालीचरण माथुर, मनीष सिंह बिष्ट, पुत्र दिगम्बर सिंह बिष्ट और चंद्र भूषण उर्फ शंभू, पुत्र रामाशीष यादव के रूप में हुई है. इनके कब्जे से विभिन्न गाड़ियों से चोरी किए गए 30 अलॉय व्हील व घटना में प्रयुक्त कार व्हील और चोरी करने के उपकरण जिसमें 4 पाने, 2 जैक, एक हथौड़ा, 1 चेन कटर, 1 प्लास और 2 फर्जी नंबर प्लेट बरामद किया गया. आरोपियों के खिलाफ थाना सेक्टर 20. नोएडा में आईपीसी की धारा 414/482 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और ये आरोपी, एनसीआर में डेढ़ सौ से अधिक पहिया चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं.

इस गिरोह का मास्टर माइड राजू गुर्जर है और ये लोग करीब 8 साल से गाजियाबाद व नोएडा में सेक्टरों और कालोनियों में खड़ी कारों के पहिए चोरी कर रहे हैं. इसके सरगना राजू गुर्जर के विरुद्ध दिल्ली में कार व्हील चोरी करने के करीब 32 मुकदमे दर्ज हैं. यह गिरोह अपनी कार से दिल्ली व एनसीआर में आवासीय सेक्टरों और कॉलोनियों में रात्रि के समय उन गाड़ियों की रेकी करते थे, जो नए मॉडल की हैं और असुरक्षित स्थानों पर खड़ी रहती हैं. इसके बाद ये ड़ी के नीचे जैक लगाकर पांच मिनट के अंदर व्हील खोल कर अपनी गाड़ी में लादकर फरार हो जाते थे.

यह भी पढ़ें-Crime in Ghaziabad : पुलिस ने होटल मालिक को किया गिरफ्तार, महिला के साथ गैंगरेप का आरोप

इस बारे में जानकारी देते हुए नोएडा एडिशनल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि, यह गैंग सेक्टरों और कालोनियों में भ्रमण करने से पूर्व अपनी कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाते थे. और तो और, एक अपराध में प्रयुक्त की गई फर्जी नंबर प्लेट को अगले दिन अपराध में प्रयोग नहीं करते थे. अगले अपराध के लिए यह गाड़ी पर नई फर्जी नंबर प्लेट लगा लेते थे. अपराधी चोरी किए गए कार व्हील को एक सुरक्षित स्थान पर इकट्ठा करते रहते थे और दिल्ली, गाजियाबाद व नोएडा में टैक्सी स्टैंड पर आने वाले टैक्सी चालकों व कार मार्केट में आने वाले ग्राहकों से संपर्क कर उन्हें एक व्हील 5 से 10 हजार रुपये में बेच देते थे. इतना ही नहीं, गिरोह के लोग टैक्सी स्टैंड व कार मार्केट में भ्रमण कर ग्राहकों से डिमांड की जानकारी लेते रहते हैं और जिसके अनुसार रेकी कर कारों के व्हील चोरी करते थे.

यह भी पढ़ें-Gumla Cash Case! गुमला में सात करोड़ कैश बरामद, प्रशासन और आयकर की टीम हुई रेस

ABOUT THE AUTHOR

...view details