दिल्ली

delhi

2023 सीजन के लिए खास तैयारी कर रहे हैं नीरज चोपड़ा, जानिए क्या है 'संकल्प'

By

Published : Dec 26, 2022, 10:37 AM IST

Updated : Dec 26, 2022, 12:39 PM IST

ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा को कामनवेल्थ खेल 2022 से बाहर हो गए थे, लेकिन उन्होंने लुसाने में डायमंड लीग जीतकर भारत का परचम लहराया था. वह इसी प्रदर्शन को आगे भी बरकरार रखना चाह रहे हैं.

Neeraj Chopra future Plan for 2023 Season New Year Events
खास तैयारी कर रहे हैं नीरज चोपड़ा

नई दिल्ली : ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा की डायमंड लीग ट्रॉफी, विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उनका रजत और बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय एथलीटों की सफलता ने 2022 को भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक खास वर्ष बना दिया. टोक्यो ओलंपिक में अपने स्वर्ण के बाद नीरज से देश के लिए और अधिक सम्मान लाने की उम्मीद थी और उन्होंने 2022 में अपने प्रदर्शन से निराश नहीं किया. वैसे अगर देखा जाय तो कमर की चोट ने उन्हें सीडब्ल्यूजी 2022 से बाहर रहने के लिए मजबूर कर दिया, लेकिन उन्होंने लुसाने में डायमंड लीग जीतने वाले पहले भारतीय बन गए. वह इसी उम्मीद को आगे भी बरकरार रखना चाह रहे हैं.

नीरज चोपड़ा

ये एथलीट भी चमके
नीरज के अलावा कामवेल्थ गेम 2022 में स्टीपलचेजर अविनाश सेबल, ट्रिपल जंपर्स एल्डहोज पॉल और अब्दुल्ला अबूबकर, वॉकर प्रियंका गोस्वामी और संदीप कुमार, भाला फेंक खिलाड़ी अनुरानी, लॉन्ग जम्पर मुरली श्रीशंकर और हाई जम्पर तेजसविन शंकर जैसे युवाओं द्वारा ट्रैक और फील्ड में प्रदर्शन किया गया. भारत को बर्मिंघम में एक स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य सहित आठ पदक जीतने में मदद मिली. इससे देश के एथलेटिक्स भविष्य की सुनहरी तस्वीर देखने को मिली.

2022 बीतने के बाद भारत के एथलेटिक्स अगले सीजन में व्यस्त हो जाएंगे. साल 2023 सीजन भी देश की एथलेटिक्स के लिए खास होगा, जिसमें एशियाई खेलों और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के अलावा पूरे वर्ष में 23 प्रमुख घरेलू प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा.

भारतीय एथलीट घरेलू प्रतियोगिताओं में अपने कौशल को बेहतर करने की कोशिश करेंगे और सर्वश्रेष्ठ के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर एशियाई खेलों और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में खुद को परखेंगे. न केवल वे एशियाई खेलों और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतने पर ध्यान देंगे, बल्कि वे इन आयोजनों के दौरान 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने पर भी ध्यान देंगे. दूसरी ओर, एशियाई खेलों के लिए योग्यता मानक प्रत्येक राष्ट्र के लिए भिन्न हो सकते हैं, ओलंपिक के विपरीत जहां प्रत्येक राष्ट्र के लिए योग्यता अंक समान हैं. संबंधित संघों ने अपने स्वयं के मानकों को निर्धारित किया है जो एथलीटों को अंतिम टीम में चयन के योग्य होने के लिए एक निश्चित क्वालीफाइंग विंडो के भीतर हासिल करने की आवश्यकता होती है.

नीरज चोपड़ा

सबकी निगाहें नीरज चोपड़ा पर
एक बार फिर, सभी की निगाहें नीरज चोपड़ा पर होंगी, जिन्होंने 2023 सीजन से पहले ही इंग्लैंड के लॉफबोरो विश्वविद्यालय में अपना प्रशिक्षण शुरू कर दिया है. उन्हें 63 दिनों के लिए लोफबोरो विश्वविद्यालय में शिविर दिया जाएगा, जो अपने अत्याधुनिक खेल जिम और प्रशिक्षण सुविधाओं के लिए जाना जाता है. 24 वर्षीय के साथ उनके कोच और बायोमैकेनिक्स विशेषज्ञ क्लॉस बाटरेनिट्ज और फिजियोथेरेपिस्ट ईशान मारवाहा हैं.

चोपड़ा के 2023 सीजन में बुडापेस्ट में अगस्त में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप, सितंबर में हांग्जो, चीन में एशियाई खेल और डायमंड लीग श्रृंखला में प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने की उम्मीद है. कुल मिलाकर, अगले साल कई बड़े कार्यक्रम होने हैं जहां भारत अच्छा प्रदर्शन कर सकता है और खुद को आगामी एथलेटिक्स पावरहाउस के रूप में घोषित कर सकता है.

इन आयोजनों में शीर्ष प्रदर्शन भी बहुप्रतीक्षित 2024 पेरिस ओलंपिक से पहले उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला होगा. हालांकि, भारतीय एथलीटों को अपनी फिटनेस और रिकवरी को लेकर सावधान रहना होगा, जिसने लंबे समय तक देश की प्रगति को बाधित किया है. उन्हें डोपिंग के मुद्दे पर भी ध्यान देना होगा.

इसे भी पढ़ें..IPL के इतिहास में सबसे महंगे बिकने के बाद रातभर सो नहीं पाए सैम करन, जानिए कैसे कटी पहली रात

Last Updated :Dec 26, 2022, 12:39 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details