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केएल राहुल के बाहर होने से भारत के लिए बल्लेबाजी क्रम में होगी बड़ी चुनौती: मांजरेकर

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Published : Jun 24, 2022, 5:40 PM IST

भारत 2007 के बाद पहली बार इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीत की मांग कर रहा है. भारत के पूर्व क्रिकेटर से कमेंटेटर बने संजय मांजरेकर का मानना है कि एजबेस्टन में मेहमानों के लिए बल्लेबाजी एक बड़ी चुनौती होगी और लेकिन राहुल के ना होने से भारत के लिए बड़ा झटका है.

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Sanjay Manjrekar

मुंबई:मेहमान टीम के कुछ सदस्यों के कोविड पॉजिटिव होने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट को इस साल जुलाई के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था, जिसमें भारत 2021 में इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई थी, जिसमें सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और रोहित शर्मा ने ओपनिंग की थी.

शर्मा चार मैचों में 368 रन बनाकर भारत के शीर्ष रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, जिसमें लॉर्डस और हेडिंग्ले में अर्धशतक के अलावा द ओवल में चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में 127 रन भी शामिल थे. दूसरी ओर, राहुल ने लॉर्डस में पहली पारी में शानदार 129 रन बनाकर 315 रन बनाए थे.

लेकिन इस बार रोहित अपने कंधों पर कप्तानी की जिम्मेदारी लेकर इंग्लैंड पहुंचे हैं. वहीं, राहुल चोट के कारण एजबेस्टन टेस्ट के लिए अनुपलब्ध हैं, जिसका मतलब है कि युवा शुभमन गिल 1 से 5 जुलाई से बल्लेबाजी की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं.

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भारत 2007 के बाद पहली बार इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीत की मांग कर रहा है. भारत के पूर्व क्रिकेटर से कमेंटेटर बने संजय मांजरेकर का मानना है कि एजबेस्टन में मेहमानों के लिए बल्लेबाजी एक बड़ी चुनौती होगी और लेकिन राहुल के ना होने से भारत के लिए बड़ा झटका है.

उन्होंने कहा, "यह केएल राहुल और रोहित शर्मा के शीर्ष पर शानदार प्रयास था, जिसने भारत को 2-1 से बढ़त लेने के लिए अहम भूमिका निभाई थी. इस बार केएल राहुल के ना होने से यह भारत के लिए एक बड़ा झटका है. लेकिन श्रेयस अय्यर के चयन में उम्मीद है. वहीं हनुमा विहारी और चेतेश्वर पुजारा भी वापसी कर सकते हैं.

सोनी स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित एक वर्चुअल बातचीत में मांजरेकर ने कहा, भारत राहुल की कमी को पूरा कर सकता है, लेकिन जब आप भारत की सीम गेंदबाजी को देखते हैं, तो वहां दो स्पिनरों के अलावा चुनने के लिए गुणवत्ता वाले विकल्प भी हैं. पिछली बार की तरह बल्लेबाजी करना बड़ी चुनौती होगी.

मांजरेकर के विचारों के अनुसार, लीसेस्टरशायर के खिलाफ उनके चार दिवसीय अभ्यास मैच के पहले दिन शीर्ष छह बल्लेबाजों के जल्दी आउट होने से भारतीय खेमे में कुछ चिंता हो सकती है. चौकस रहने के बाद शर्मा गेंद को हुक करने की कोशिश करते हुए आउट हो गए थे, विराट कोहली गेंद को मिस करने के बाद एलबीडब्ल्यू हो गए, फ्लिक के लिए जाते समय हनुमा विहारी पहली स्लिप में कैच आउट हुए, रवींद्र जडेजा, शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर भी बिना कमाल किए ही पवेलियन लौट गए.

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टीम प्रबंधन और हम सभी जानते हैं कि भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती कम से कम 300 रन बनाना है. मांजरेकर ने टिप्पणी की कि अगर भारतीय टीम को उनके या बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के बीच चयन करने के लिए मजबूर किया जाता है, तो स्पिनर रविचंद्रन अश्विन एजबेस्टन टेस्ट खेलने से चूक सकते हैं. पिछले साल, अश्विन ने इंग्लैंड में सभी चार टेस्ट मैचों में भाग नहीं लिया क्योंकि भारत ने चार तेज गेंदबाजों के साथ जडेजा को अपने अकेले स्पिन विकल्प के रूप में चुना था.

उन्होंने आगे कहा, टीम की संरचना यह दर्शाती है कि यदि पिच और परिस्थितियां अनुकूल होने जा रही हैं, तो भारत चार तेज गेंदबाजों के साथ जाना चाहेगा. हालांकि, टीम तीन तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ भी जा सकती है और इस तरह से एक अतिरिक्त बल्लेबाज को मौका दिया जा सकता है.

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