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भारत बंद शांतिपूर्वक होगा, हिंसा या उपद्रव बंद का हिस्सा नहींः जगतार बाजवा

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Published : Sep 26, 2021, 2:25 PM IST

किसान नेता जगतार बाजवा

संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है. किसान नेता ने बंद समर्थकाें से किसी भी तरह का उपद्रव नहीं मचाने की अपील की है. पढ़िये और वीडियाे में देखिये बंद के दाैरान किन किन चीजाें काे छूट देने की बात कर रहे हैं किसान नेता.

नई दिल्ली/ गाजियाबाद : संयुक्त किसान मोर्चा गाजीपुर, बॉर्डर के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि संयुक्त मोर्चा द्वारा 27 तारीख को घाेषित भारत बंद काे सफल बनाने के लिए तैयारियां चल रही हैं. देशभर के विभिन्न संगठनों से जिला स्तर व राज्य स्तर पर भी वार्ता कर सहयोग की अपील की गई है. भारत बंद शांतिपूर्वक होगा. हिंसा या उपद्रव, भारत बंद का हिस्सा नहीं होगा.

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 27 सितंबर को भारत बंद के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए. एसकेएम के मुताबिक भारत बंद के दौरान देश में हर सार्वजनिक गतिविधि बंद रहेगी, जिसमें निम्नलिखित शामिल है:

किसान नेता जगतार बाजवा
• केंद्र और राज्य सरकार के सभी दफ्तर और संस्थाएं बाजार, दुकान और उद्योग• स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और सभी तरह के शिक्षण संस्थान• हर तरह का सार्वजनिक यातायात और निजी वाहन• किसी भी तरह का सरकारी या गैर सरकारी सार्वजनिक फंक्शन

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बंद के दौरान इसे रहेगी छूट:

.• अस्पताल, मेडिकल स्टोर, एंबुलेंस और कोई भी मेडिकल सेवा

• किसी भी तरह की सार्वजनिक (फायर ब्रिगेड, आपदा राहत आदि) या व्यक्तिगत इमरजेंसी (मृत्यु, बीमारी, शादी आदि)

• स्थानीय संगठनों द्वारा दी गई और कोई भी छूट.

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SKM के कार्यकर्ताओं के लिए निर्देश:

1. बंद से पहले मीडिया के जरिए पूरी सूचना दी जानी चाहिए ताकि उस दिन पब्लिक को परेशानी ना हो. ट्रेड यूनियन और व्यापारी संगठन आदि को समय से सूचना दी जाए.

2. बंद से पहले स्थानीय स्तर पर सभी जन आंदोलनों, जन संगठनों और गैर बीजेपी राजनीतिक दलों को बंद में जोड़ने की कोशिश की जानी चाहिए.

3. बंद के दौरान लोगों को स्वेच्छा से सब कुछ बंद करने की अपील की जाए. किसी किस्म की जबरदस्ती नहीं की जाए. इस आंदोलन में किसी भी किस्म की हिंसा या तोड़फोड़ की कोई जगह नहीं है.

4. बंद वाले दिन संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बंद के समर्थन में कोई सभा आयोजित की जा सकती है. मोर्चे के मंच से कोई राजनैतिक नेता भाषण नहीं देगा. लेकिन बंद के समर्थन में अलग से मंच लगाकर कोई भी संगठन या पार्टी अपना आयोजन कर सकती

5. याद रखिए यह बंद सरकार के खिलाफ है, पब्लिक के खिलाफ नहीं. इस बंद के दौरान पब्लिक को कम से कम तकलीफ हो, इसका ध्यान हमें रखना है..


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