नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले के डॉक्टरों (Ghaziabad District Doctors) ने ऑपरेशन कर 12 साल की बच्ची का वजन कम किया है. यह बच्ची 12 साल की उम्र में 89 किलो की हो गई थी. इसके बाद बच्ची अपनी सामान्य जिंदगी जीने के लिए सक्षम हो गई. जिस अस्पताल में बच्ची का ऑपरेशन (Baby Surgery) हुआ. उस अस्पताल के डॉक्टरों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में फिजिकल एक्टिविटी नहीं करने से बच्चों में वजन (Weight Gain Children) बढ़ने की गंभीर बीमारी बढ़ रही है.
डॉक्टर ने बताया कि प्राची की उम्र 12 साल है. इस उम्र में वह 89 किलो की हो गई थीं. वह बिस्तर से उठ नहीं पाती थी. अधिक वजन होने के कारण वह दो साल तक बिस्तर पर लेटी रही. उसको शुगर की बीमारी भी हो गई थी, पेट में जख्म हो गए थे. उसका ऑक्सीजन लेवल 75% तक नीचे गिर गया था. ऐसी स्थिति में बेरिएट्रिक सर्जरी ही ऑप्शन था, जिससे उसका वजन कम किया गया.
कोरोना में बच्ची का वजन हुआ करीब 90 किलो, डॉक्टरों ने इस तरह से बचाई जान
ओबेसिटी आजकल बच्चों में विशेष रुप से देखने को मिल रही है. मोटापे की वजह से बच्चे बीमारियों के घेरे में आ रहे हैं, ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद से सामने आया है, जहां 90 किलो वजनी 12 साल की बच्ची को कई बीमारियां हो गई थीं, जिसका डॉक्टरों ने बेरियाट्रिक सर्जरी कर 15 किलो वजन कम किया.
डॉक्टरों ने बेरियाट्रिक सर्जरी (Bariatric surgery) से बच्ची का वजन 15 किलो वजन कम किया. डॉक्टर ने बताया कि बच्ची को दोबारा ऑपरेशन की कोई जरूरत नहीं है. पांच साल बाद अगर उसको दवाइयों की जरूरत पड़ी तो दी जा सकती है. इस बच्ची का नाम प्राची है जो अब बच्चों के साथ खेलने के लिए सक्षम है. प्राची को यह बीमारी कई साल पहले हुई थी.
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वहीं बच्ची के पिता श्याम बाबू ने बताया कि वह दिल्ली का रहने वाला है, उसने कहा कि जब लड़की का वजन बढ़ने लगा तो शुरू में उसे लगा कि यह तो अच्छी बात है. लेकिन जब वजन ज्यादा बढ़ने लगा तो दिल्ली के अस्पताल में इलाज करवाया. कुछ साल इलाज करवाने के बाद भी जब कोई फर्क नहीं पड़ा तो गाजियाबाद के प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने आए, जहां डॉक्टरों ने बेरियाट्रिक सर्जरी से बच्ची का वजन 15 किलो कम किया.