नई दिल्ली : शादी का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गैंग का मध्य जिला साइबर थाना पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग में शामिल दो नाइजीरियन सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने एक महिला डॉक्टर के साथ शादी का झांसा देकर उनके साथ लगभग 1.75 लाख रुपये की ठगी की थी. पुलिस ने इनके पास से 35 बैंक खाते, 27 डेबिट कार्ड, एक बाइक, 9 मोबाइल और एक लैपटॉप बरामद किया है. इनके बैंक खाते में सवा लाख रुपये फ्रीज किये गए हैं. पुलिस को पता चला कि 500 से ज्यादा लोगों से वह इस तरह ठगी कर चुके हैं.
मध्य जिला डीसीपी श्वेता चौहान के अनुसार, एक महिला डॉक्टर ने कमला मार्केट स्थित साइबर थाना को ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले फेसबुक पर एक युवक से उनकी दोस्ती हुई थी. उनके बीच वाट्सऐप पर भी बातचीत होने लगी. उसने खुद को यूके निवासी डॉक्टर अंकुश बताया था. कुछ समय पहले उसने महिला डॉक्टर को बताया कि वह मुंबई एयरपोर्ट पर आ रहा है. वह उससे शादी करना चाहता है. इसके बाद एक महिला ने मीनाक्षी नाम बता कर उसे कॉल किया और बताया कि डॉ अंकुश को अवैध रुपयों के साथ मुम्बई एयरपोर्ट पर पकड़ा गया है. उनके पास के 15000 पाउंड बरामद हुए हैं. इसे छोड़ने के लिए उन्हें 1.76 लाख रुपये जमा कराने होंगे. अंकुश ने इस बात की पुष्टि की. इसके बाद महिला ने दो बैंक खातों में यह रकम ट्रांसफर कर दी.
डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि बबलू की निशानदेही पर पुलिस टीम ने कासिम को पकड़ा. इसके बाद जीएसटी और कमीशन के नाम पर उनसे दोबारा रुपये मांगे गए. शक होने पर महिला ने मामले की शिकायत पुलिस से की. इस मामले को ध्यान में रखते हुए इंस्पेक्टर खेमेन्द्रपाल सिंह यादव की देखरेख में एसआई कमलेश और पवन यादव की टीम ने छानबीन शुरू की. बैंक खातों की कड़ियां जोड़ी गईं तो पता चला कि बैंक खाता बबलू यादव के नाम पर है. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने उसे पकड़ा. पूछताछ में बबलू ने बताया कि कासिम के कहने पर उसने यह बैंक खाता खोला था. इसके लिए उसे 20 हजार रुपये कमीशन मिले थे और ठगी की रकम का 5 फीसदी हिस्सा उसे मिलता था. डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि बबलू की निशानदेही पर पुलिस टीम ने कासिम को पकड़ा. उसने पुलिस को बताया कि वह लोगों से खाते खुलवाता था. यह बैंक खाते वह अफजल खान को देता था. अफजल खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसने बताया कि वह कई अफ्रीकन नागरिकों के संपर्क में है जो ऑनलाइन ठगी करते हैं. वह उन्हें 10 से 15 फीसदी हिस्सा लेकर ठगी के लिए बैंक खाते किराए पर देता था. अफजल की निशानदेही पर पुलिस ने अफ्रीकी नागरिक मूसा को गिरफ्तार किया. उसके पास से दो मोबाइल बरामद हुए. उसने पुलिस को बताया कि वह मार्च 2019 में 6 महीने के वीजा पर भारत आया था. इसके बाद वह वापस नहीं गया. बैंक अकाउंट की डिटेल से पुलिस को पता चला कि उसने बहुत लोगों से ठगी की है.
गैंग में शामिल दो नाइजीरियन सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अन्य आरोपी विकास बंसल भी उन्हें खाते मुहैया कराता था. उसे भी पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया. इसके अलावा एक अन्य अफ्रीकी नागरिक वैलेंटाइन को भी पकड़ा गया जो 2014 में भारत आया था. यहां पर रहकर वह कुछ लोगों के संपर्क में आया और ठगी करने लगा. वह कभी लॉटरी के नाम पर तो कभी तोहफा भेजने या शादी का झांसा देकर ठगी करता था. इसके लिए उन्होंने फर्जी फेसबुक प्रोफाइल भी बनाए थे. गिरफ्तार किया गया बबलू सिंह घर में साफ सफाई का काम करता है. उसने पांच बैंक खाते खोल रखे थे. दूसरा आरोपी कासिम खान बरेली का रहने वाला है. वह बैंक खाते उपलब्ध कराता था. वह पहले भी एक अपराध में शामिल रहा है. तीसरा आरोपी अफजल खान मजदूरी करता है. वह अपने गांव के रहने वाले एक शख्स के माध्यम से नाइजीरियन के संपर्क में आया और उनके साथ यह ठगी करने लगा. चौथा आरोपी विकास बंसल ग्रेजुएट है. वह प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त का काम करता था. पांचवां आरोपी मूसा नाइजीरिया का रहने वाला है. वह मार्च 2019 में भारत आया था. इसके बाद वापस नहीं लौटा. वैलेंटाइन अप्रैल 2014 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था और उसके बाद वापस नहीं लौटा.