नई दिल्ली:शारदीय नवरात्रि मेंमां दुर्गा के छठे स्वरूप कात्यायनी देवी की आज पूजा की जा रही है. शास्त्रों के अनुसार, देवी कात्यायनी महर्षि कात्यायन की पुत्री हैं. मान्यता यह है कि कात्यायन ऋषि की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति मां दुर्गा ने उनके घर पुत्री रूप में जन्म लिया. इसीलिए मां के छोटे स्वरूप देवी कात्यायनी के रूप में पूजा की जाती है. वहीं दिल्ली के छतरपुर मंदिर में भक्तों ने मां कात्यायनी की पूजा की.
Navratri 2021: जानिए कात्यायनी मां की पूजा करने से अविवाहित कन्या को क्या मिलता है फल, बता रहे हैं छतरपुर मंदिर के मुख्य पुजारी
छतरपुर मंदिर के मुख्य पुजारी लाल शंकर झा बता रहे हैं कि नवरात्रि में कात्ययानी मां की पूजा करने से खासकर अविवाहित कन्या को क्या फल मिलता है. सुनिए...
Devotees offer prayers at Chattarpur Temple in Delhi
छतरपुर मंदिर के मुख्य पुजारी लाल शंकर झा बताते हैं कि कात्यायनी मां की पूजा से हर बिगड़े काम बनते हैं. अविवाहित कन्या को कात्यायनी मां की पूजा करने से सुंदर और सुशील वर मिलता है, इसलिए कात्यायानी मां की पूजा खासकर अविवाहित कन्या के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है.
Last Updated :Oct 11, 2021, 9:58 AM IST