नई दिल्ली :दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में अतिक्रमण हटाने पहुंचे बुलडोजर दो घन्टे के बाद ही वापस लौट गया. भारी हंगामे के बीच एमसीडी की तरफ से वहां सिर्फ खानापूर्ति की गई. एमसीडी कर्मचारियों ने वहां से एक बिल्डिंग के बाहर लगी लोहे की रॉड को हटवाया, जो वहां रिनोवेशन के लिए लगाई गई थी. इससे पहले शाहीन बाग में भारी हंगामा देखने को मिला. कुछ स्थानीय नेता और वहां के स्थानीय लोग एमसीडी के बुलडोजर के आगे बैठ गए और उन्होंने एमसीडी और बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, जिनको बाद में हटा लिया गया. कुछ को हिरासत में ले लिया गया. फिलहाल शाहीन बाग से अतिक्रमण हटाने का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है. शाहीन बाग की ताजा स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बल वहां तैनात किया गया था. पुलिस की मदद के लिए सीआरपीएफ के 100 जवान वहां भेजे गए थे.
Bulldozer in Shaheen Bagh : दो घंटे बाद ही लौटा बुलडोजर, जानें कब-क्या हुआ
दिल्ली स्थित शाहीन बाग में अतिक्रमण हटाने के नाम पर दुकान के बाहर लगा शटरिंग को हटाकर बुलडोजर वापस चली गई. भारी हंगामे के बीच एमसीडी की तरफ से वहां सिर्फ खानापूर्ति की गई. इससे पहले दिल्ली नगर निगम द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का यहां के लोगों ने जमकर विरोध किया.
आज शाहीन बाग में निगम का बुलडोजर अतिक्रमण हटाने गया था, लेकिन अतिक्रमण हटाने के नाम पर दुकान के बाहर लगा शटरिंग को हटाकर बुलडोजर वापस चला गया है. आइए जानते हैं इस दौरान क्या-क्या हुआ..
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भाजपा और एमसीडी पर लगाए गए आरोप
शाहीन बाग के स्थानीय लोगों ने अतिक्रमण को लेकर भाजपा और एमसीडी के कर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि भाजपा एमसीडी का उपयोग गलत मकसद के लिए कर रही है. हालांकि पहले भाजपा अतिक्रमण करवाती है फिर उसी अतिक्रमण को हटाने की बात करती है. हालांकि शाहीनबाग में किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं है. केवल भाजपा अपनी राजनीति चमकाने के लिए और इसे सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए इस तरह की अभियान चलाकर लोगों तक गलत मैसेज पहुंचा रही है.