दिल्ली

delhi

मकोका से काबू में आएगा काला जठेड़ी गैंग, स्पेशल सेल कस रही शिकंजा

By

Published : May 27, 2021, 2:09 PM IST

काला जठेड़ी गैंग पर स्पेशल सेल ने नकेल कसना शुरू कर दिया है. इस गैंग पर मकोका लगाने के साथ ही लारेंस बिश्नोई सहित गैंग के पांच सदस्यों को जेल से रिमांड पर लाया गया है.

macoca act will reduce crimes committed by kala jathedi gang
काला जठेड़ी

नई दिल्ली:दिल्ली एनसीआर में लगातार दहशत फैला रही काला जठेड़ी गैंग पर स्पेशल सेल ने नकेल कसना शुरू कर दिया है. इस गैंग पर मकोका लगाने के साथ ही लारेंस बिश्नोई सहित गैंग के पांच सदस्यों को जेल से रिमांड पर लाया गया है. उनसे पूरे गैंग के कारनामों को लेकर स्पेशल सेल जानकारी जुटा रही है. अधिकारियों का मानना है कि मकोका लगने के बाद इस गैंग पर शिकंजा कसेगा और उनके अपराध की रफ्तार भी कम होगी.

मकोका से काबू में आएगा काला जठेड़ी गैंग

जानकारी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में दर्जन भर से ज्यादा हत्याओं में वांछित संदीप उर्फ काला जठेड़ी के खिलाफ स्पेशल सेल ने हाल ही में मकोका के तहत एफआईआर दर्ज की है. इसमें उसके साथ ही लारेंस बिश्नोई एवं अन्य साथियों को भी आरोपी बनाया गया है. फिलहाल संदीप उर्फ काला जठेड़ी के दुबई में होने की जानकारी पुलिस के पास है. इससे पहले वह बैंकॉक में बैठकर अपने गुर्गों की मदद से अपराध करवा रहा था. उसके गैंग में 100 से ज्यादा बदमाश हैं जो हत्या, लूट, डकैती, जबरन उगाही जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. इस गैंग से जुड़ी तमाम जानकारी जुटाने के लिए स्पेशल सेल ने जेल में बंद लारेंस बिश्नोई, संपत नेहरा, जग्गू भगवानपुरिया और राजू बसोड़ी को रिमांड पर लिया है.


दिल्ली पुलिस के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द जठेड़ी गैंग

दिल्ली पुलिस के लिए लारेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी गैंग हाल के दिनों में सबसे बड़ा सिरदर्द बनता जा रहा है. पुलिस इस गैंग के दर्जन भर बदमाशों को बीते मार्च-अप्रैल में गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन विदेश में बैठा संदीप उर्फ काला जठेड़ी लगातार अपने गैंग का विस्तार करता जा रहा है.


ये भी पढ़ें:-थाईलैंड से देश में खौफ फैला रहा 7 लाख का इनामी गैंगस्टर काला जठेड़ी

खास बात यह है कि वह दुबई से बैठकर नए गैंग से हाथ मिलाकर अपने गैंग का विस्तार कर रहा है. उसका मकसद दिल्ली में अपने पैर पसारना है. इसलिए वह लगातार दिल्ली में हत्या एवं जबरन उगाही की वारदातों को अंजाम दे रहा है. दिल्ली के अधिकांश नामी बदमाशों को स्पेशल सेल गिरफ्तार कर जेल में डाल चुकी है. ऐसे में दिल्ली के भीतर कोई बड़ा गैंग अभी ऑपरेट नहीं कर रहा है. इसका फायदा उठाकर लारेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी दिल्ली में अपना नेटवर्क खड़ा कर रहे हैं.



मकोका से इन गैंग पर कसी नकेल

लारेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी पहला गैंग नहीं है जिस पर नकेल कसने के लिए मकोका का इस्तेमाल किया गया है. दिल्ली के अधिकांश नामी बदमाश जैसे नीरज बवाना, हाशिम बाबा, नासिर, जितेंद्र गोगी, मंजीत महाल, प्रदीप सोलंकी जेल में बंद हैं. इनमें से अधिकांश के बंग पर पुलिस ने मकोका लगा रखा है.


ये भी पढ़ें:-बैंकॉक से बैठकर देश में खौफ फैला रहा हरियाणा का ये गैंगस्टर

जिसके चलते हाल में इनमें से कोई जेल से बाहर नहीं निकल सकता. इसके साथ ही उनके गैंग के सदस्य गिरफ्तार होने पर इस मकोका की एफआईआर का हिस्सा बन जाते हैं और वह भी लंबे समय के लिए जेल चले जाते हैं. इसलिए पुलिस को उम्मीद है कि मकोका से वह जठेड़ी गैंग पर भी शिकंजा कसने में कामयाब होंगे.



सात लाख का इनामी संदीप फरार

फरवरी 2020 में पुलिस हिरासत से फरार हुए काला जठेड़ी पर 7 लाख रुपये का इनाम घोषित है. वह बैंकॉक में बैठकर गैंग को पहले ऑपरेट कर रहा था, लेकिन कुछ समय पहले वह बैंकॉक छोड़कर दुबई चला गया है. ऐसे इनपुट दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को मिले हैं. पुलिस अधिकारियों की मानें, तो उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती इस गैंग में बदमाशों की संख्या है. वह जितने बदमाशों को पकड़ते हैं, उनसे ज्यादा नए बदमाश इस गैंग से जुड़ जाते हैं.

गैंग को बढ़ाने के लिए काला जठेड़ी लगातार दिल्ली एनसीआर के गैंग से हाथ मिला रहा है. नजफगढ़ क्षेत्र में सक्रिय कपिल सांगवान उर्फ नन्दू से उसने हाथ मिलाया है. नन्दू खुद पैरोल जम्प करने के बाद से फरार होकर लंदन में बैठा है और वहीं से अपना गैंग चला रहा है. गोगी गैंग के बदमाश कुलदीप मान उर्फ फ़ज़्ज़ा को पुलिस हिरासत से भगाने में काला जठेड़ी ने मदद की थी. इससे यह साफ हो गया था कि गोगी गैंग से काला जठेड़ी ने हाथ मिला लिया है.


ये भी पढ़ें:-गिरफ्तार आरोपियों ने किया खुलासा, पहलवान सुशील ने बुलाया था छत्रसाल स्टेडियम



एक दर्जन से ज्यादा हत्याओं को दिया अंजाम

पुलिस के अनुसार, महज एक साल के भीतर यह गैंग हत्या, लूट, जबरन उगाही की दर्जनभर से ज्यादा वारदात को अंजाम दे चुका है. इस गैंग का मकसद लोगों के बीच अपराध से दहशत फैलाना होता है, उन्हें आसानी से रंगदारी मिल सके. कुछ माह पूर्व उन्होंने सरेआम बवाना में सिविल डिफेंस कर्मचारी की हत्या की थी. दहशत फैलाने के मकसद से उस पर 20 से ज्यादा गोलियां चलाई गई थी. दिल्ली-एनसीआर में एक दर्जन हत्या महज एक साल के भीतर वह अंजाम दे चुके हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details