नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा के चालू सत्र के दौरान सोमवार को आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक समेत अन्य आप नेताओं ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे (Corruption charges against LG Vinay Kumar Saxena). उन्होंने विधानसभा सत्र में अपनी बातें ऑन टेबल कही थी. उसके बाद आम आदमी पार्टी के विधायकाें ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन भी किया था. पूरी रात धरने पर बैठे थे. वे उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई जांच तथा इस्तीफे की मांग कर रहे थे. बुधवार को उपराज्यपाल ने इन आप नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया है (Delhi LG will take action on corruption).
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जब विनय कुमार सक्सेना खादी ग्रामोद्योग में चैयरमेन थे तब खादी ग्रामोद्योग भवन में कार्यरत दो कैशियर संजीव कुमार और प्रदीप यादव ने 10 और 12 अप्रैल 2017 को एक लिखित शिकायत दी थी. जिसकी जांच सतर्कता निदेशालय को सौंपी गई. इसमें अजय गुप्ता जो सेल्स इंचार्ज थे और मैनेजर एके गर्ग के बारे में कहा गया था कि नोटबंदी के बाद उनसे खादी ग्रामोद्योग भवन परिसर में स्थित स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर में 500 और 1000 रुपए के नोट बड़े पैमाने पर जमा कराए गए.
इस संबंध में जब सेल्स इंचार्ज और मैनेजर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो पुराने नोट जमा कराए गए सभी वैध थे. लेकिन जब सतर्कता निदेशालय ने उनसे डिटेल में सभी जानकारी लिखित मांगी तो आज तक इन सबने नहीं दिए. जिस आधार पर चीफ विजिलेंस ऑफिसर ने तुरंत उक्त चारों को निलंबित कर आगे की विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए.
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