नई दिल्ली: 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रों की शुरुआत हो रही है, लेकिन यह पहली बार होगा जब दक्षिण दिल्ली स्थित कालकाजी मंदिर के कपाट भक्तों के लिए नवरात्रों में बंद रहेंगे. ऐसे में मंदिर बंद होने के साथ-साथ मंदिर परिसर में मौजूद प्रसाद, फूल, माला, चुन्नी आदि की दुकानें भी बंद रहेंगी. बता दें कि कालकाजी मंदिर में प्रसाद फूल माला खिलौने आदि की करीब 500 दुकानें हैं. कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते ये दुकाने बंद थी. ऐसे में दूकानदारों को नवरात्रों से ही कुछ कारोबार होने की उम्मीद थी. लेकिन अब ये उम्मीद टूटती नजर आ रही है.
लॉकडाउन के बाद इन्हीं नवरात्रों से थी उम्मीद
ईटीवी भारत की टीम जब कालकाजी मंदिर में पहुंची, तो यहां पर मौजूद दुकानदारों से बात करने की कोशिश की. मार्केट एसोसिएशन के प्रधान और दुकानदार जयप्रकाश ने कहा कि कोरोना के चलते 3 महीने तक लगे लॉकडाउन के कारण मार्केट पहले से ही बंद थी. जिसके कारण दुकानदारों के भूखे मरने तक की नौबत आ गई थी और जब चैत्र नवरात्रे आए थे वह लॉकडाउन में गुजर गए थे. ऐसे में जब अब यह नवरात्रे आए हैं तब दोबारा से मंदिर को बंद किया जा रहा है. दुकानदारों कहना है कि 'दुकानें भी बंद रहेंगी तो हम दुकानदार और हमारे परिवार कहां जाएंगे. हमारे पास कोई ओर रोजगार नहीं है सरकार को इस विषय में सोचना चाहिए.'