नई दिल्ली:हिंसाग्रस्त उत्तर पूर्वी दिल्ली में धार्मिक स्थलों के साथ मकान, दुकान और हिंसा प्रभावितों की आर्थिक मदद करने में जुटी जमीयत उलेमा ए हिंद अपने फर्ज को निभा रही है. ऐसा वह किसी चर्चा में आने के लिए नहीं, बल्कि हर हाल में इंसानियत को जिंदा रखने के लिए कर रहे हैं.
कारी उस्मान मंसूरपुरी का दौरा भाईचारा कायम रखने पर जोर
बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के भागीरथी विहार में मौजूद मीना मस्जिद उन मस्जिदों में शुमार है, जिसे हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने अपना शिकार बना लिया था. वहीं मीना मस्जिद की शुरुआत करने के बाद जमीयत के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी उस्मान मंसूरपूरी गोकल पुरी स्थित जमीयत टायर मार्केट का जायजा लेने पहुंचे, जहां जमीयत द्वारा बनाई गई दुकानों को देखकर उन्होंने खुशी का इजहार किया. साथ ही वहां मौजूद मस्जिद में दुकानदारों और स्थानीय निवासियों को संबोधित किया और मुसलमानों को मजबूती से दीन पर कायम रहने और खलके खुदा से मौहब्बत और भाईचारा कायम रखने पर जोर दिया.
कारी उस्मान मंसूर का पुरी का पगड़ी बांधकर स्वागत
मीना मस्जिद में नमाज के बाद मस्जिद के ट्रस्टी हाजी शमशाद, इमाम और खतीब मौलाना अनीस और स्थानीय निवासियों ने परंपरा निभाते हुए मुख्य अतिथि कारी उस्मान मंसूर पुरी का पगड़ी बांधकर स्वागत किया. इस दौरान जमीयत उलेमा हिंद के सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने हिंसा ग्रस्त इलाकों में जमीयत द्वारा कराए जा रहे कामों पर रोशनी डाली और कहा कि मौलाना महमूद मदनी ने हिंसा प्रभावितों की हर संभव मदद करने के साथ ही उनकी कानूनी तौर पर मदद करने और इंसाफ दिलाने के लिए काबिल वकीलों की एक टीम को भी इस काम में लगाया हुआ है.
साथ ही दुकानों में मरम्मत और 224 दुकानों में रंग रोगन का काम किया है, बल्कि यहां के दुकानदारों को अपना कारोबार शुरू करने के लिए आर्थिक मदद भी की है. ताकि सभी लोग अपने पैरों पर खड़े हो सकें. वहीं इस मौके पर मौलाना शमीम अहमद कासमी, जमीयत दिल्ली के उपाध्यक्ष मौलाना दाउद अमीनी, मौलाना गाय्यूर अहमद कासमी, मौलाना इरफान, मौलाना जमाल कासमी, मौलाना अखलाक कासमी, मौलाना खालिद कासमी और जमीयत यूथ क्लब के ट्रेंड जवानों का दस्ता जमीयत अध्यक्ष की अगुवाई में लगा रहा.