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दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए कई घोषित भगोड़े, जानिए कहां-कहां से हुई गिरफ्तारी...

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Published : May 9, 2022, 10:03 AM IST

दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए कई घोषित भगौड़े

दिल्ली पुलिस ने राजधानी के विभिन्न इलाकों से घोषित भगोड़ों को गिरफ्तार किया है, जिनके उपर हजारों का इनाम भी था. पुलिस ने इन भगोड़ों को देर रात रेड मारकर और उनकी लोकेशन को ट्रेक कर दबोचा है.

नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस ने आपराधिक वारदातों पर नकेल कसते हुए कई भगोड़ों को गिरफ्तार किया है. इन भगोड़ों की तलाश पिछले कई सालों से पुलिस कर रही थी. इनमें कुछ भगोड़े ऐसे भी हैं, जिनपर हजारों का इनाम है. गिरफ्त में आए इन भगोड़ों ने ठगी सहित अन्य आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया है.

पहले मामले में क्राइम ब्रांच एसआर की टीम ने ठगी के मामले में दो भगोड़ों को गिरफ्तार किया है. डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि पुलिस को दिल्ली के मयूर विहार थाने में साल 2020 में दर्ज ठगी के मामले में दोनों आरोपियों की तलाश थी. इनके द्वारा ट्रायल फेस न कर फरार रहने के कारण इन्हें भगोड़ा घोषित किया गया था, साथ ही इनपर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था. पुलिस के मुताबिक गिरफ्त में आए भगौड़े लोगों को हाई रिटर्न्स का लालच देकर बोगस स्कीम में इन्वेस्टमेंट करवा कर ठगी करते थे.

इनकी गिरफ्तारी के मद्देनजर क्राइम ब्रांच एसआर और आरके पुरम की टीम को इनपर निगरानी रखने का काम सौंपा गया था. इसी क्रम में एसआई सम्राट खतियान को दोनों भगोड़ों के बारे में सूत्रों से गुप्त सूचना मिली, जिसपर संज्ञान लेते हुए पुलिस टीम ने मंजुनाथा के गांव में टेक्निकल और मैन्युल सर्विलांस लगा कर 10 दिनों तक कैंप किया, इससे उन्हें पता चला कि यह भगेड़े लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे हैं. इसके बाद पुलिस टीम बेंगलुरु और चेन्नई के कई ठिकानों पर तलाश में गयी. जानकारी के आधार पर 100 से भी ज्यादा सीडीआर का विश्लेषण किया गया, जिसके बाद उन्हें दोनों भगोड़ों के बेंगलुरु के एक होटल में छिपे होने की जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस ने उसी होटल में कमरा बुक कर 2 दिनों तक निगरानी के बाद दोनों को दबोच लिया.

लोकेशन को ट्रैक कर दबोचा

वहीं एक और अन्य मामले में बाहरी जिले की नांगलोई थाना की पुलिस टीम ने एक भगोड़े को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान भूपिंदर के तौर पर हुई है. डीसीपी समीर शर्मा के अनुसार 2014 में वसंत कुंज साउथ थाने में IPC की धारा 323/341/34 के तहत दर्ज मामले में पुलिस को इसकी तलाश थी. इस मामले में ट्रायल फेस ना कर लगातार न्यायिक प्रक्रिया से बचने के कारण पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा 28 अप्रैल 2022 को इसे भगोड़ा घोषित किया गया था. भगोड़े की पकड़ के लिए टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम भगौड़े को पकड़ने के लिए संदिग्ध इलाकों में तलाशी और उसकी लोकेशन को ट्रैक कर छापेमारी कर रही थी. इसी कड़ी में पुलिस टीम ने मेन मार्केट घिटोरनी से भगौड़े को दबोचा.

इलाके में रेड मारकर पकड़ा

ऐसे ही एक और मामले में उत्तरी जिले के AATS स्टाफ की पुलिस टीम ने दो भगोड़ों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें साल 2017 और 2019 में कड़कड़डूमा कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया था. गिरफ्त में आए दोनों घोषित भगोड़े खुद को कोर्ट की प्रोसिडिंग से बचाने के लिए अलग-अलग जगह छिप रहे थे. मामले की जानकारी देते हुए उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि AATS टीम को भगोड़ों के नेब सराय इलाके में छिपे होने की गुप्त सूचना मिली. इसे आधार बनाकर पुलिस ने इलाके में देर रात रेड कर दोनों को गिरफ्तार किया.

पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह सीलमपुर थाने के एक मामले में कोर्ट द्वारा भगोड़े घोषित किए गए थे. वह खुद को लगातार कोर्ट की प्रोसिडिंग से बचाने के लिए छिपा रहे थे. फिलहाल पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया है.

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