अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दिल्ली महिला आयोग ने महिलाओं के अधिकार और उनके हितों को लेकर अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लोगों के साथ-साथ उन महिलाओं को भी सम्मानित किया, जो अपने-अपने क्षेत्र में नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं. इसी कड़ी में एयर इंडिया की कैप्टन जोया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
नई दिल्ली:अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दिल्ली महिला आयोग ने उन तमाम लोगों को सम्मानित किया, जिन्होंने महिलाओं के अधिकार और उनके हितों को लेकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इसके साथ ही उन महिलाओं को भी सम्मानित किया गया जो अपने-अपने क्षेत्र में नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं. इसी कड़ी में एयर इंडिया की उन 4 महिला पायलटों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने हाल ही में दुनिया के सबसे लंबे हवाई मार्ग पर उड़ान भरकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाया है.
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महिला पायलटों ने सबसे लंबा हवाई मार्ग तय किया
11 जनवरी को एयर इंडिया की 4 महिला पायलटों ने अकेले दुनिया के सबसे लंबे हवाई मार्ग, जिसकी दूरी 16000 किलोमीटर है, उसकी उड़ान भरी थी, जिसमें कैप्टन जोया अग्रवाल, कैप्टन पापागरी तन्मई, कैप्टन आकांक्षा सोनावने और कैप्टन शिवानी शामिल हैं. इन चारों महिला पायलटों ने सैन फ्रांसिस्को से उत्तरी ध्रुव से होते हुए बेंगलुरु तक उड़ान भरी थी. जो दुनिया का सबसे लंबा हवाई मार्ग है.
DCW ने एयर इंडिया की महिला पायलटों को किया सम्मानित हर एक महिला को सपने देखने का अधिकार है
इस मिशन को लीड करने वाली कैप्टन जोया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उन तमाम महिलाओं को संदेश दिया की जिस प्रकार से उन्होंने एक पायलट बनने का सपना देखा और उस सपने को पूरा करते हुए आज एक इतिहास रचा है. ठीक उसी तरीके से हर एक महिला को सपने देखने का अधिकार है और उन्हें पूरा करने का जज्बा है. बस जरूरत है तो हिम्मत करने की. उन्होंने कहा कि वह पायलट बनना चाहती थीं, लेकिन उन्हें उनके परिवार से सपोर्ट नहीं मिला. बावजूद इसके उन्होंने अपने सपने को पूरा किया.