नई दिल्ली:केजरीवाल सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रही है, लेकिन पड़ोसी राज्य इस बारे में अब भी गंभीर नहीं हैं जबकि कोविड-19 महामारी के कारण प्रदूषण और खतरनाक है. बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसी सप्ताह वायु प्रदूषण रोधी अभियान ‘युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध’ की शुरुआत की थी.
गोपाल राय ने कहा कि आप सरकार वायु प्रदूषण के मुद्दे पर अन्य राज्यों के साथ सहयोग चाहती है, टकराव नहीं. उन्होंने कहा कि भूमि राज्यों में बंट गयी है लेकिन आकाश एक ही है. राय ने कहा कि पराली जलाने के समाधान के तौर पर ‘पूसा बायो-डिकंपोजर’ पहल हरियाणा और पंजाब को और फायदा पहुंचाएगी और दिल्ली को यह लाभ मिलेगा कि यह खेतों से निकलने वाले उस धुएं से छुटकारा पा जाएगी जो हर साल शहर को गैस चैंबर बना देता है. गौरतलब है कि हरियाणा और पंजाब में पराली जलाना शुरू हो गया है जिससे दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है.
न्यूज एजेंसी के साथ साक्षात्कार में गोपाल राय ने कहा कि केवल हमारी सरकार है जो इस बारे में गंभीर है. हम इस पर मिशन मोड में काम कर रहे हैं. भारत में अनेक राज्य गंभीर वायु प्रदूषण से जूझ रहे हैं, लेकिन वे खासतौर पर कोरोना वायरस संक्रमण के समय बड़ी चुनौती के बावजूद बहुत सक्रिय नहीं लग रहे. हम अपने 13 अति प्रभावित क्षेत्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं और वहां प्रदूषण स्तर कम करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं लेकिन दूसरे राज्यों में भी अति प्रभावित क्षेत्र हैं. वे पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहे हैं. दिल्ली सरकार धूल उड़ने, जैविक कचरा जलाने, पराली जलाने और वाहनों से प्रदूषण के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.