नई दिल्ली: सफाई कर्मचारियों को पक्का किए जाने के तमाम आश्वासनों के बाद तीनों निगम के अधीन हजारों कर्मचारी अब तक पक्का किए जाने को लेकर जद्दोजहद कर रहे हैं. इसी क्रम में मंगलवार को कर्मचारियों के यूनाइटेड फ्रंट ने निगम मुख्यालय सिविक सेंटर पर प्रदर्शन किया. इन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले पक्का किए जाने का दावा महज दिखावा है.
पक्का किया जाना महज दिखावा! निगम मुख्यालय पर सफाई कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
पक्का किए जाने को लेकर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि जल्द ही अगर कर्मचारियों को पक्का नहीं किया गया तो वो हड़ताल करेंगे. उन्होनें कहा कि चुनाव में भी पार्टियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
झूठे वादे किए गए हैं- प्रदर्शनकारी
प्रदर्शन कर रहे आनंद मदान कहते हैं कि सालों से जो कर्मचारी काम कर रहे हैं, उन्हें आज तक पक्का तो किया ही नहीं गया है, साथ ही पिछले दिनों झूठे वादे भी किए गए हैं. जो कर्मचारी पक्के हो भी गए हैं, उन्हें न तो तनख्वाह दी गई है और न ही कोई एरियर मिला है. यहां तक कि कर्मचारियों को कोई मेडीक्लेम सुविधा भी नहीं मिल रही है.
कर्मचारियों ने कहा कि जल्द ही अगर कर्मचारियों को पक्का नहीं किया गया तो वो हड़ताल करेंगे. उन्होनें कहा कि चुनाव में भी पार्टियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
सफाई कर्मचारियों को पक्का किए जाने के तमाम आश्वासनों के बाद तीनों निगम के अधीन हजारों कर्मचारी अब तक पक्का किए जाने को लेकर जद्दोजहद कर रहे हैं. इसी क्रम में मंगलवार को कर्मचारियों के यूनाइटेड फ्रंट ने निगम मुख्यालय सिविक सेन्टर पर प्रदर्शन किया. इन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले पक्का किए जाने का दावा महज दिखावा है.
Body:प्रदर्शन कर रहे आनंद मदान कहते हैं कि सालों से जो कर्मचारी काम कर रहे हैं उन्हें आज तक पक्का तो किया ही नहीं गया है, साथ ही पिछले दिनों झूठे वायदे भी किए गए हैं. जो कर्मचारी पक्के हो भी गए हैं उन्हें न तो तनख्वाह दी गई है और न ही कोई एरियर मिला है. यहां तक कि कर्मचारियों को कोई मेडीक्लेम सुविधा भी नहीं मिल रही है.
Conclusion:कर्मचारियों ने कहा कि जल्दी ही अगर कर्मचारियों को पक्का नहीं किया गया तो वो हड़ताल करेंगे. उन्होनें कहा कि चुनाव में भी पार्टियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.