नई दिल्ली :दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति को लेकर बीजेपी आम आदमी पार्टी को घेरने में लगी हुई है. बीजेपी दिल्ली में इस मुद्दे को लेकर जनमत संग्रह कर रही है.
एक तरफ शराब ठेकों के बाहर लंबी कतारें नजर आ रही हैं तो दूसरी ओर बीजेपी नेता एमसीडी चुनाव में इसे बड़ा मुद्दा बनाने में जुटे हुए हैं. मतलब साफ है कि आने वाले एमसीडी चुनाव में बीजेपी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगी.
आबकारी नीति के खिलाफ बीजेपी का जनमत संग्रह, 'शराब' के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश जनकपुरी इलाके में ऐसे ही जनमत संग्रह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें राह चलते कई लोग आकर अपनी राय लिखते और दस्तखत करते नजर आए. लोगों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की शराब नीति से दिल्ली वालों की परेशानियां बढ़नी शुरू हो गई हैं.
आबकारी नीति के खिलाफ बीजेपी का जनमत संग्रह, 'शराब' के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश कुछ लोगों का यह भी कहना है कि इस नीति के बाद खासतौर पर रात के वक्त महिलाओं का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. इतना ही नहीं जो लोग कम पीते थे, वह लगातार ऑफर दिए जाने के बाद से ज्यादा पीने लगे हैं. इससे न सिर्फ घर बर्बाद हो रहे हैं, बल्कि घर के बाहर का माहौल भी खराब हो रहा है. जिसकी तरफ सरकार का ध्यान नहीं है.
इसे भी पढ़ें : पच्चीस साल से अधिक उम्र के लोग रख सकते हैं 9 लीटर शराब, 18 लीटर बीयर : दिल्ली हाईकोर्ट
बीजेपी नेता सरकार पर लगातार इस मुद्दे को लेकर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं. अब उनका साफ तौर पर कहना है कि आने वाले एमसीडी चुनाव में यह मुद्दा सबसे बड़ा होने वाला है. इस मुद्दे को लेकर वे जनता के बीच जाकर दिल्ली सरकार की पोल खोलेंगे. और इसका नतीजा भी चुनाव परिणाम पर साफ तौर पर देखने को मिलेगा.