नई दिल्ली: अयोध्या में होने जा रही भव्य रामलीला में उन तमाम जगहों की मिट्टी का इस्तेमाल होगा, जहां पर भगवान राम के चरण पड़े थे. पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद और कमिटी के सदस्य प्रवेश वर्मा ने ये ऐलान किया. उन्होंने कहा कि श्रीलंका से भी मिट्टी लाए जाने की प्लानिंग चल रही है और अगर वीसा मिलता है तो, उसका भी इंतजाम किया जाएगा.
अयोध्या की रामलीला के लिए BJP श्रीलंका से भी मिट्टी लाने की प्लानिंग कर रही है
14 भाषाओं में रिकॉर्डिंग करके दिखाई जाएगी
वर्मा ने बताया कि युद्ध की रामलीला को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश सरकार में संस्कृति विभाग मंत्री नीलकंठ तिवारी का भी सहयोग मिला है. यह रामलीला भारत की 14 भाषाओं में रिकॉर्डिंग करके दिखाई जाएगी. चूंकि कोरोना के कहर के चलते लोगों का यहां जाना प्रतिबंधित है, मंचन को ऑनलाइन माध्यमों से देखा जा सकेगा.
बताया गया की रामलीला में कुल 17 जगहों, जिसमें ऋषिमुख पर्वत, किष्किंधा, चक्रतीर्थ, विश्वामित्र आश्रम, नंदीग्राम, भरतकुंड रामेश्वरम मंदिर, और उन तमाम जगहों की मिट्टी का इस्तेमाल होगा जहां जहां भगवान श्री राम के चरण पड़े थे. 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक सभी दिन यहां लोगों को अयोध्या का इतिहास भी दिखाया जाएगा.
नंबर वन रामलीला बनाने का भी दावा
बता दें कि अयोध्या की रामलीला में फिल्म स्टार और नेता हिस्सा लेंगे. भाजपा सांसद मनोज तिवारी और रवि किशन के अलावा यहां फिल्म स्टार बिंदु दारा सिंह, असरानी, रजा मुराद शाहबाज खान,अवतार गिल और राजेश पुरी जैसे चेहरे देखने को मिलेंगे. इस रामलीला को देश की नंबर वन रामलीला बनाने का भी दावा किया जा रहा है.